Dead body demo
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राज्य में नशा नासूर बन गया है। नशा (ड्रग्स) हर दिन युवाओं की जिंदगियां लील रहा है। लाख कोशिशों के बावजूद इसपर लगाम लगाना मुश्किल ही नहीं नामूमकिन लग रहा है। आंकड़ों की बात करें तो पंजाब में हर वर्ष नशे की वजह से सैकड़ों लोगों की मौत हो रही है। ड्रग्स की ओवरडोज से घर उजड़ रहे हैं। मां-बाप अपने जिगर के टुकड़ों को खो रहे हैं। बावजूद युवा इन घटनाओं से सबक लेने के बजाय नशे के दलदल में फंसते जा रहे हैं।
नशे की ओवरडोज से रविवार को एक और घर का चिराग बुझ गया। मोगा के गांव बोहना में नशे की ओवरडोज से चार बहनों के इकलौते भाई की मौत हो गई। मृतक की पहचान 24 वर्षीय वरिंदर सिंह उर्फ गोलू के तौर पर हुई है। गोलू की बाजू पर इंजेक्शन के निशान मिले। पुलिस ने परिजनों की शिकायत पर दो लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सरकारी अस्पताल के शव गृह पर रखवा दिया है। जवान बेटे की मौत के बाद परिवार सदमे में है। परिजनों का रो-रो कर बूरा हाल है।
मृतक वरिंदर सिंह उर्फ गोलू के चाचा गुरनाम सिंह ने बताया उसके भतीजे गोलू की नशे के ओवरडोज में मौत हुई है। उन्हें पता चला है कि सरपंच का बेटा गोलू को बोहना चौक से अपने साथ अपने खेतों में ले गया, जहां उसे नशे की टीका लगाया। उन्हें ग्रामीणों ने बताया कि सरपंच के खेतों में उसके भतीजे का शव पड़ा है। उनके भतीजे की बाजू पर इंजेक्शन और खून का निशान भी हैं। उसके साथी उसे वहीं छोड़कर भाग गए हैं। मोगा मेहिन पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।