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जहां कम बरसे पानी… वहां लगा दें ये फसल, न किसान को होगी पैसे की कमी, न भूखे मरेंगे पशु

पलामू: श्री अनाज यानी मोटा अनाज… बदलते दौर के साथ यह लोगों की थाली से गायब हो चुका है. लेकिन, इसमें पौष्टिकता भरपूर मात्रा में होती है. इसकी खेती कर किसान अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. सबसे खास बात ये कि यह अनाज कम पानी में भी अच्छा उत्पादन देता है. इस अनाज की खेती के साथ किसानों को जानवरों के लिए भरपूर चारा भी मिलेगा.

झारखंड का पलामू हर साल सूखे की मार झेलता है. कम वर्षा के कारण किसानों के खेत में फसल बर्बाद हो जाती है. वहीं ज्वार 400 से 500 मिली मीटर वर्षा में भी अच्छा उत्पादन देता है. क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र चियांकी पलामू के कृषि वैज्ञानिक डॉ. प्रमोद कुमार ने बताया कि किसान अगर कम वर्षापात का दंश झेल रहे हैं तो उन्हें अरहर के साथ ज्वार की खेती करनी चाहिए. इससे भोजन के साथ पशुओं के लिए चारा का भी प्रबंध हो जाएगा. ज्वार की खेती 15 जून से 15 जुलाई तक शुरू कर सकते हैं.

लागत का दोगुना मुनाफा
आगे बताया कि ये फसल 110 से 120 दिन की होती है. इसकी खेती किसान ऊंची जमीन में भी कर सकते हैं. इसकी खेती से किसानों को दोगुना मुनाफा होता है, जहां ज्वार की एक एकड़ में खेती की लागत 10 से 15 हजार है. वहीं, मुनाफा 45 से 50 हजार तक हो जाता है. इसका बीज दर 5 किलो प्रति एकड़ है. जिससे उत्पादन 20 से 25 क्विंटल प्रति एकड़ तक होता है. वहीं, पशुओं के लिए चारा 70 क्विंटल प्रति एकड़ होता है.

इन प्रभेद का करें चयन
आगे कहा कि ज्वार की खेती के लिए किसान सीएसबी-17, सीएसबी-20, सीओ-39 प्रभेद का चयन कर सकते हैं. इसकी खेती से पहले बीज उपचार करना बेहद जरूरी है. इसके लिए ट्राइकोडर्मा को 5 ग्राम प्रति किलो बीज दर से उपचार कर सकते हैं. बीज उपचार करने से फसल पर कीटों का प्रकोप नहीं होता है. उत्पादन में कोई परेशानी नहीं होती. वहीं, इसके लिए उर्वरक की मात्रा 60% नत्रजन, 40% फॉस्फेट और 20% पोटाश का प्रयोग करें. वहीं पौधे से पौधे की दूरी 10 सेंटीमीटर और लाइन से लाइन की दूरी 45 सेंटीमीटर रखें.

अरहर के साथ करें इसकी खेती
विशेषज्ञ ने बताया कि कम वर्षापात होने से किसानों के लिए भुखमरी की स्थिति आ जाती है. वहीं अगर किसान ज्वार और अरहर की खेती एक साथ करेंगे तो उन्हें भुखमरी की स्थिति नहीं आएगी. इससे किसानों के लिए दाल-रोटी का प्रबंध हो जाता है. वहीं, पशुओं के लिए भी चारा मिल जाता है.

Tags: Agriculture, Local18, Palamu news

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24x7 Punjab
Author: 24x7 Punjab

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