शिमला. हिमाचल प्रदेश के जंगलों में आग लगने की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं. बीते एक सप्ताह में ये घटनाएं 3 गुना बढ़ चुकी हैं. रोज़ाना आग लगने की घटनाओं में इज़ाफ़ा देखने को मिल रहा है. इस बार की घटनाओं ने बीते 4 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. जंगलों में आग लगने के मामले सबसे ज्यादा एक हज़ार के पार जा पहुंचे हैं.
अभी तक आग लगने के 1080 मामले सामने आ चुके हैं, जो लगातार बढ़ रहे हैं. मौजूदा आंकड़ों के अनुसार 10 हज़ार हेक्टेयर से ज्यादा की भूमि पर वन सम्पदा रख हो चुकी है और यह आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है. बीते 2 वर्षों में 2 हज़ार हेक्टेयर से ज्यादा की भूमि पर पौधरोपण भी आग की भेंट चढ़ चूका है.
2021 से 2024 तक घटनाएं
आपदा प्रबंधन से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, बीते 4 वर्षों में यह पहली बार है कि जंगलों में आग लगने की घटनाएं एक हज़ार के पार पहुंच चुकी हैं. वित्तीय वर्षों के अनुसार, 2021-22 में जंगलों में आग लगने की मात्र 33 घटनाएं सामने आई थी. 2022-23 में यह घटनाएं बढ़ कर 860 पहुंच गई थी और 2023-24 में जंगलों में आग लगने की 681 घटनाएं सामने आईं. इन घटनाओं में इस दौरान गिरावट दर्ज की गई. वहीं 2024-25 के अनुसार वर्तमान समय में ही यह घटनाएं एक हज़ार के पार पहुंच चुकी हैं. मौजूदा स्थिति के अनुसार यह आंकड़ा और अधिक हो सकता है.
आग लगने से मकानों को खतरा
शिमला के साथ लगती मेहली पंचायत के लोगों के मकानों को आग लगने से खतरा पैदा हो गया है. मेहली पंचायत के निवासी घनश्याम वर्मा और रमेश वर्मा बताते हैं कि जंगलों में आग लगने से गांव के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. लोगों को धुएं से काफी ज्यादा परेशानी हो रही है. वहीं, आग लगने की घटनाओं से मकानों को भी खतरा पैदा हो गया है. सड़कों की बेहतर सुविधा न होने के कारण पर्याप्त मात्रा में फायर ब्रिगेड भी यहां नहीं पहुंच पा रही हैं. स्थानीय लोग ही निजी रूप से आग को बुझाने में लगे हुए हैं. प्रशासन को चाहिए कि इस ओर ध्यान दिया जाए और आग पर काबू पाया जाए.
बीते 24 घंटों में कितनी घटनाएं
हिमाचल प्रदेश में वन विभाग के 13 सर्किल हैं. बीते 24 घंटों में इन सर्किलों में आग लगने की 93 घटनाएं दर्ज की गईं. इन घटनाओं में 881 हेक्टेयर भूमि पर वन संपदा राख हो चुकी है. धर्मशाला सर्किल में सबसे अधिक 34, शिमला में 18, मंडी में 16, नाहन में 7, चंबा में 6, सोलन में 5, बिलासपुर में 4 और हमीरपुर में 3 घटनाएं दर्ज की गई हैं. शिमला में सबसे अधिक 381 हेक्टेयर भूमि पर वन संपदा राख हुई है. वहीं, धर्मशाला और नाहन सर्किल में 125 हेक्टेयर भूमि पर वन संपदा राख हुई है, मंडी में 107 हेक्टेयर, सोलन में 62 हेक्टेयर, हमीरपुर में 29 हेक्टेयर और बिलासपुर में 15 हेक्टेयर भूमि पर वन संपदा राख हुई है.