पानीपत. तीन साल पहले पानीपत के परमहंस कुटिया कॉलोनी में बिजनेसमैन विनोद बराड़ा की हत्या कर दी गई थी. ऑस्ट्रेलिया से व्हॉट्सअप पर आए एक मैसेज और पुलिस की मुस्तैदी से हत्याकांड का खुलासा हो गया. मृतक विनोद बराड़ा की पत्नी निधि ने प्रेम प्रंसग के चलते अपने प्रेमी के साथ मिलकर साजिश रची थी. पंजाब के भटिंडा निवासी युवक से विनोद का पहले एक्सीडेंट करवाया. एक्सीडेंट में जब विनोद बराड़ा की मौत नहीं हुई तो ट्रक ड्राइवर ढ़ाई महीने बाद उसके घर पहुंचा और गोली मरवाकर विनोद की हत्या कर दी. पुलिस ने मृतक विनोद की पत्नी और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर पूछताछ की. दोनों आरोपियों ने अपना अपराध कबूल लिया.
पुलिस अधीक्षक अजीत सिंह शेखावत ने बताया, ‘थाना शहर में वीरेंद्र पुत्र देसराज निवासी परमहंस कुटिया ने दिसंबर 2021 में पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि उसका भतीजा विनोद सुखदेव नगर में हॉरट्रोन कंप्यूटर सेंटर चलाता था. 5 अक्तूबर 2021 की शाम विनोद परमहंस कुटिया के गेट पर बैठा था, तभी एक पंजाब नंबर की गाड़ी के चालक ने विनोद को गाड़ी से सीधी टक्कर मार दी. विनोद की दोनों टांगे टूट गई थीं. उन्होंने इस बारे थाना शहर में आरोपी गाड़ी चालक के खिलाफ केस दर्ज करवा दिया था. पुलिस ने ड्राइवर आरोपी देव सुनार उर्फ दीपक निवासी भटिंडा पंजाब को गिरफ्तार कर लिया था. इसके करीब 15 दिन बाद देव सुनार समझौते के लिए उसके पास आया.
देव सुनार ने घर में घुसकर मारी थी विनोद को गोली
पुलिस ने बताया, ‘विनोद ने समझौता करने से मना कर दिया तो आरोपी अंजाम भुगतने की धमकी देकर चला गया. इसकी रंजिश रखते हुए आरोपी देव सुनार 15 दिसम्बर 2021 को देसी पिस्तौल लेकर सुमित के घर पर आया और अंदर घुसकर दरवाजा बंदकर कुंडी लगा ली. यह देख विनोद की पत्नी ने शोर मचाया तो मदद के लिए पड़ोसी पहुंचे. उन्होंने दरवाजा खोलने की कोशिश की लेकिन सफलता नहीं मिली. आरोपी देव सुनार ने विनोद को बेड से नीचे गिराकर पिस्तौल से कमर और सिर में गोली मार दी. उन्होंने आरोपी देव सुनार को मौके पर ही काबू कर पुलिस के हवाले कर दिया था. खून से लथपथ भतीजे विनोद को अग्रसैन हास्पिटल लेकर गए थे, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया.’
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वीरेंद्र की शिकायत पर थाना शहर में अभियोग दर्ज कर कानूनी कार्रवाई अमल में लाई गई थी. पुलिस अधीक्षक अजीत सिंह शेखावत ने बताया, ‘आरोपी देव सुनार पानीपत जेल बंद था. पुलिस की ओर से न्यायालय में चालान पेश किया जा चुका था. मामला ट्रायल पर था. गत दिनों उनके पास मृतक विनोद बराड़ा के भाई जो ऑस्ट्रेलिया में रहते हैं, उनका वॉटसअप पर एक मैसेज आया. उसने मामले में अन्य आरोपियों की संलिप्तता होने का संदेह जताया. ‘
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पुलिस टीम ने फिर से खंगाली मर्डर की फाइल
शेखावत ने इसको गंभीरता से लेते हुए सीआईए थ्री प्रभारी इंस्पेक्टर दीपक कुमार को दिशा निर्देश देकर जिम्मेदारी सौंपी. पुलिस टीम ने फाइल का दोबारा के गहनता से अध्ययन किया. कोर्ट से अनुमति लेकर दोबारा से जांच शुरू की. जांच के दौरान सामने आया कि आरोपी देव सुनार की सुमित नाम के युवक के साथ बातचीत होती थी. सुमित की मृतक विनोद बराड़ा की पत्नी निधि से काफी बातचित होनी पाई गई. पुलिस टीम ने 7 जून को आरोपी सुमित उर्फ बंटू निवासी गोहाना को सेक्टर 11/12 की मार्केट से गिरफ्तार कर पूछताछ की तो आरोपी देव सुनार से विनोद का पहले एक्सिडेंट, फिर गोली मरवाकर हत्या करवाने की वारदात को अंजाम देने बारे स्वीकारा.
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गहनता से पूछताछ करने के लिए पुलिस ने 7 जून को आरोपी समित उर्फ बंटू को कोर्ट में पेश किया जहां से उसे 7 दिन के पुलिस रिमांड पर हासिल किया. रिमांड के दौरान पूछताछ में आरोपी सुमित उर्फ बंटू ने पुलिस को बताया, ‘2021 में पानीपत में एक जिम में ट्रेनिंग देता था. विनोद की पत्नी निधि भी वहां जिम करने के लिए आती थी. इसी दौरान दोनों की दोस्ती हो गई. विनोद को उन दोनों के बारे में पता चला गया. उसकी विनोद के साथ एक-दो बार कहासुनी भी हुई. विनोद घर पर अपनी पत्नी निधि के साथ भी झगड़ा करने लगा. बाद में उसने और निधि ने विनोद की एक्सीडेंट में हत्या करवाने की साजिश रची.
जिम ट्रेनर सुमित और निधि ने रची थी विनोद की हत्या की साजिश
पुलिस अधीक्षक अजीत सिंह शेखावत ने बताया, ‘पूछताछ में आरोपी सुमित उर्फ बंटू ने बताया वह ट्रक ड्राइवर देव सुनार उर्फ दीपक निवासी भटिंडा से मिला और उसको 10 लाख रुपये कैश, केस का सारा खर्च देने का प्रलोभन देकर वारदात को अंजाम देने के लिए तैयार किया. उसने देव सुनार को पंजाब नंबर की एक लोडिंग पिकअप गाड़ी दिलवाई. देव सुनार ने 5 अक्तूबर 2021 को विनोद को जान से मारने की नीयत से गाड़ी से सीधी टक्कर मारकर एक्सीडेंट कर दिया. एक्सीडेंट मे विनोद की मौत नहीं हुई तो बाद में दोनों ने पिस्तौल से विनोद को मरवाने का प्लान बनाया. देव सुनार की जेल से जमानत करवाई और उसको दोबारा से तैयारकर अवैध हथियार उपलब्ध करवा माफी मांगने के बहाने विनोद बराड़ा के घर भेजा. इसके बाद 15 दिसम्बर 2021 को देव सुनार ने घर मे घुसकर पिस्तौल से विनोद बराड़ा की गोली मारकर हत्या कर दी. आरोपी सुमित उर्फ बंटू जेल में बंद देव सुनार के केस व घर पर परिवार का पूरा खर्च खुद दे रहा था. प्लान के अनुसार निधि मार्च 2024 में अदालत में अपनी गवाही से मुकर गई.’
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पुलिस अधीक्षक अजीत सिंह शेखावत ने बताया कि पुलिस ने आरोपी निधि को शुक्रवार को गिरफ्तार कर पूछताछ की. उसने सुमित उर्फ बंटू के साथ मिलकर वारदात को अंजाम देने के बारे में स्वीकारा. रिमांड अवधी पूरी होने पर पुलिस ने शनिवार को दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जहा से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया.
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FIRST PUBLISHED : June 18, 2024, 20:41 IST