नर्मदापुरम. सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के बोरी अभ्यारण में एक नए मेहमान की एंट्री हुई है. सतपुड़ा के जंगलों में अब रायसेन का आदमखोर बाघ छोड़ा गया है. रायसेन में इस बाघ ने 12 से अधिक पशुओं का शिकार किया था. एक ग्रामीण को भी शिकार बना चुका है. रायसेन में आतंक फैलाने वाला आदमखोर टाइगर अब एसटीआर का सदस्य बन गया है. आधी रात को एसटीआर की विशेष टीम ने बोरी अभ्यारण में बाघ को छोड़ दिया है.
बेहद आक्रामक और फुर्तीला बाघ पलक झपकते ही पिंजरे से निकलकर जंगल में खो गया. इस बाघ ने पशुओं के साथ एक ग्रामीण को भी अपना शिकार बनाया था. आदमखोर टाइगर को पकड़ने के लिए बनाई गई टीम में सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक एल कृष्णमूर्ति, चिकित्सक डॉ. गुरुदत्त शर्मा की मॉनिटरिंग में देर रात 2:00 बजे रायसेन की सुरई बीट से टाइगर को रेस्क्यू किया था. बाघ को एसटीआर के अधिकारियों और जंगल गश्ती दल की मौजूदगी में छोड़ा गया है.
बाघ की गतिविधियों पर रहेगी नजर
विभाग द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह आदमखोर बाघ सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में अपना इलाका बनाएगा. इस समय इसकी दूसरे अन्य बाघों से भिड़ंत हो सकती है. इसे लेकर गश्ती दलों को सतर्क कर दिया गया है. जंगल गश्ती दलों की नजर बाघ की हर गतिविधि पर रहेगी. रायसेन के जंगल में तीन माह से नर बाघ का आतंक बना हुआ था. उसने जंगल में तेंदूपत्ता तोड़ रहे ग्रामीण पर भी हमला किया था. इसमें ग्रामीण की मौत हो गई थी. साथ ही इस बाघ ने पालतू पशुओं का भी शिकार किया था. इस आदमखोर बाग का डर ग्रामीण क्षेत्रों में था.
FIRST PUBLISHED : June 19, 2024, 17:43 IST