पंजाब नगर निगम और नगर परिषद चुनाव के लिए कांग्रेस ने तैयार की रणनीति, उम्मीदवारों की सूची रविवार तक
पंजाब में पांच नगर निगमों और 43 नगर परिषदों के चुनाव में जीत हासिल करने के लिए कांग्रेस ने अपनी रणनीति तैयार कर ली है। पार्टी ने फैसला लिया है कि सभी स्थानों से चुनाव लड़ने के इच्छुक उम्मीदवारों की अंतिम सूची रविवार तक राज्य स्क्रीनिंग कमेटी को भेज दी जाएगी।
इस दौरान, जिन स्थानों पर एक ही उम्मीदवार होगा, वहां अगले सप्ताह तक टिकटों का वितरण कर दिया जाएगा।
स्क्रीनिंग कमेटियों को ध्यान में रखना होगा ये चार मुख्य बातें:
- अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग का निर्देश: चंडीगढ़ में हुई स्क्रीनिंग कमेटी की मीटिंग में पार्टी प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने कहा कि चुनाव उनके लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं। प्रत्याशी के चयन के लिए कोई भी सिफारिश हो, उसकी सुनवाई की जाएगी, लेकिन केवल उन्हीं नामों को भेजा जाए, जिनमें चुनाव जीतने की क्षमता हो।
- विरोधी उम्मीदवार न होने वाले वार्ड: नगर निगमों के कई वार्ड्स में ऐसे मामले हैं जहां एक ही आवेदन आया होगा और वहां कोई दूसरा प्रतिद्वंद्वी नहीं है। ऐसे वार्ड्स में टिकट का वितरण अगले सप्ताह तक किया जाएगा।
- पिछले चुनावों का डेटा: पिछली बार जब चुनाव हुए थे, तो कांग्रेस सत्ता में थी, लेकिन इस बार हालात अलग हैं। इसलिए पार्टी केवल विजेता उम्मीदवारों पर ही नहीं, बल्कि उन नामों पर भी विचार करेगी जिन्होंने पिछली बार टिकट के लिए आवेदन किया था या स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ा था।
- लोकसभा चुनाव का आंकड़ा: 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में पार्टी को किस वार्ड में कितने वोट मिले थे, इसका डेटा भी तैयार किया जा रहा है। पार्टी की कोशिश है कि इस बार नगर निगम और नगर परिषद चुनावों में जीत हासिल की जाए, क्योंकि इसके बाद 2027 में विधानसभा चुनाव होंगे।
पंजाब नगर निगम चुनाव के लिए कांग्रेस ने बनाई स्क्रीनिंग कमेटी, सभी प्रमुख नेता शामिल
पंजाब कांग्रेस ने नगर निगम और नगर परिषद चुनाव के लिए स्क्रीनिंग कमेटियों का गठन किया है। इन कमेटियों में पार्टी के सभी प्रमुख नेता, विधायकों, पूर्व विधायकों, पूर्व मंत्रियों और सांसदों को शामिल किया गया है। यह कदम पार्टी की ओर से यह सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है कि अधिक से अधिक सीटों पर जीत हासिल की जाए।
हालांकि, हाल ही में हुए विधानसभा उपचुनावों में पार्टी को चार में से तीन सीटों पर हार का सामना करना पड़ा था। यह हार ऐसे इलाकों में हुई है, जहां कांग्रेस ने 2022 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की लहर के बावजूद जीत हासिल की थी। इन सीटों में गिद्दड़बाहा, डेरा बाबा नानक और चब्बेवाल शामिल हैं। हालांकि, पार्टी ने 2017 के बाद पहली बार बरनाला सीट पर जीत दर्ज की है।
कांग्रेस की रणनीति अब इन चुनावों में जीत की राह सुनिश्चित करने पर फोकस है, ताकि पार्टी आगामी विधानसभा चुनावों के लिए अपनी स्थिति मजबूत कर सके।