काजल मनोहर/जयपुर ग्रामीण: आज तक आपने अनेक पक्षी प्रेमियों को देखा और उनके बारे में सुना होगा, लेकिन आज हम आपको एक ऐसे अनोखे पक्षी प्रेमी के बारे में बताएंगे जिसकी कहानी बिल्कुल एक फिल्मी कहानी की तरह है. कभी-कभी हम इंस्टाग्राम और फेसबुक की रील स्क्रॉल करते हुए देखते हैं कि एक स्क्रिप्टेट कहानी चलती है कि एक व्यक्ति रोजाना पक्षियों को दाना डाल रहा है, लेकिन एक दिन वह व्यक्ति बीमार हो जाता है इसलिए वह उन्हें दान नहीं डाल पता है तो पक्षी उस व्यक्ति को ढूंढते हुए उसके घर पहुंच जाते हैं. लेकिन आज हम आपको रील नहीं रियल जिंदगी की ऐसी ही घटना के बारे में बताने जा रहे हैं.
जयपुर ग्रामीण के किशनगढ़ रेनवाल में रहने वाले बैजनाथ सोनी एक दशक से अधिक समय से रोजाना रेलवे स्टेशन पर जाकर पक्षियों को दाना डालते थे. जब वे दाना डालते तो कबूतर, चिड़िया, कौआ जैसे अनेकों पक्षी दाना चुगने आते थे. उनके आस-पास टहलने वाले लोगों को देखकर भी हैरानी होती थीं कि आखिर इतने सारे पक्षी इस व्यक्ति के आस-पास कैसे आते हैं और वे डरकर उड़ते भी नही हैं. सभी पक्षी और बैजनाथ सोनी की दोस्ती इतनी गहरी हो गई कि उनके दाना फेंकने से पहले ही पक्षी उनके हाथ में आकर दाना खा लेते थे.
दोस्ती निभाने पक्षी आते है घर
बैजनाथ सोनी की उम्र अब 65 वर्ष से अधिक हो गई है. अब वे बीमार भी रहने लगे हैं. उनका चलना भी बहुत कठिन है लेकिन कहते हैं ना कि बेजुबानों की दोस्ती बड़ी गहरी होती है. अब जब बैजनाथ पक्षियों के पास नहीं जा पाते तो वो उनसे मिलने के लिए पक्षी रोज उनके घर आते हैं. पता नहीं कैसे लेकिन पक्षियों ने उनके घर का पता लगा लिया और रोजाना सुबह जब वे घर पर टहलते हैं तो सैकड़ों पक्षी उनके घर के बाहर आकर जमा हो जाते हैं.
बैजनाथ सोनी के बेटे कर रहे हैं अब पक्षियों की सेवा
पक्षियों का प्रेम देखकर अब बैजनाथ सोनी के बेटे शंकर सोनी उनके पिता की जगह रेलवे स्टेशन पर जाकर पक्षियों को दाना खिलाते हैं. दाना खाने के बाद पक्षी रोजाना बैजनाथ सोनी से मिलने के लिए आते हैं. जब पक्षियों को सोनी घर पर नजर नहीं आते तब वो जोर-जोर से चहचहाने लगते हैं. उनकी आवाज सुनकर बैजनाथ सोनी घर से बाहर आते हैं और उनसे बातें करते हैं.
FIRST PUBLISHED : June 25, 2024, 19:58 IST