चैत्र नवरात्रि के 9 दिनों में करें ये 8 उपाय… राहु-केतु और शनि से मिलेगी मुक्ति, चमक जाएगी किस्मत

सर्वेश श्रीवास्तव/अयोध्या : चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो चुकी है. धार्मिक मान्यता के अनुसार नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की पूजा करने का विधान है. कहा जाता है कि नवरात्रि में मां दुर्गा अपने भक्तों के बीच में रहती हैं और माता रानी को प्रसन्न करने के लिए उनके भक्त कई तरह के उपाय भी करते हैं. अगर आप भी माता रानी को प्रसन्न करना चाहते हैं और राहु, केतु के साथ शनि से परेशान हैं तो यह खबर आपके लिए महत्वपूर्ण है. दरअसल, आज हम आपको इस रिपोर्ट में बताएंगे कि अगर आप राहु, केतु और शनि से परेशान हैं और इससे मुक्ति पाना चाहते हैं तो चैत्र नवरात्रि में ज्योतिष शास्त्र द्वारा बताए गए कुछ खास उपाय करने से मुक्ति पा सकते हैं.

अयोध्या के ज्योतिषी पंडित कल्कि राम बताते हैं कि चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो चुकी है और इस चैत्र नवरात्रि में तंत्र-मंत्र, जप-तप और उपाय करने का विधान है. जो भी भक्त राहु केतु अथवा शनि से परेशान हैं उन्हें नवरात्रि में कुछ खास उपाय करना चाहिए. अगर आप भी नवरात्रि में अपने जीवन की कई परेशानियों को दूर करना चाहते हैं तो नवरात्रि में कुछ खास उपाय जरूर करें. ऐसा करने से राहु, केतु और शनि के बुरे प्रभाव से बचा जा सकता है.

नवरात्रि में करें ये उपाय

⦁ चैत्र नवरात्रि में कुछ खास उपाय करने से राहु, केतु को शांत किया जा सकता है. राहु, केतु को शांत करने के लिए नवरात्रि में 9 दिनों तक ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करने के बाद हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए. ऐसा करने से जीवन में स्थिरता प्राप्त होती है.

⦁ इसके अलावा अगर आप नवरात्रि के 9 दिनों तक श्री दुर्गा सप्तशती का पाठ करते हैं तो राहु और केतु से मुक्ति मिलेगी.

⦁ राहु केतु तथा शनि के बुरे प्रभाव से बचने के लिए नवरात्रि के नौ दिनों तक भगवान शिव को लॉन्ग अर्पित करना चाहिए. ऐसा करने से आर्थिक समस्याओं से मुक्ति मिलती है तथा राहु केतु के साथ शनि का पूरा प्रभाव भी खत्म होता है.

⦁ नवरात्रि के दौरान अगर आप चांदी का एक हाथी खरीदते हैं और उसे अपने घर पूजा स्थल पर रख देते हैं तो ऐसा करने से राहु ग्रह के बुरे प्रभाव कम होते हैं. तथा करियर से जुड़ी समस्याओं से मुक्ति मिलती है.

⦁ नवरात्रि के 9 दिनों तक अपने शक्ति के अनुसार गरीब और जरूरतमंद लोगों की मदद करनी चाहिए. ऐसा करने से कहा जाता है शनि देव की विशेष कृपा प्राप्त होती है.

⦁ जिन जातकों की कुंडली में राहु-केतु से संबंधित दोष होता है तो उन्हे इससे छुटकारा पाने के लिए मां ब्रह्राचारिणी और मां चंद्रघंटा की विशेष पूजा-आराधना करनी चाहिए. यदि जातक की कुंडली में राहु से जुड़े दोष हों तो मां ब्रह्राचारिणी की पूजा काफी लाभदायक होती है वहीं केतु ग्रह से पीड़ित होने पर मां चंद्रघंटा की आराधना करना शुभ होता है.

⦁ इतना ही नहीं धार्मिक ग्रंथो के अनुसार शनिदेव को भगवान शिव का परम भक्त माना जाता है. ऐसी स्थिति में नवरात्रि के दौरान अगर आप शिव की उपासना करते हैं तो शनि के बुरे प्रभाव कम होते हैं. इसके साथ ही शनि की महादशा और शनि की साढ़ेसाती से भी मुक्ति मिलती है.

⦁ ज्योतिष में राहु-केतु को पापी ग्रह माना गया है. ऐसे में नवरात्रि पर मां दुर्गा के साथ-साथ हनुमानजी और भगवान शिवजी की पूजा करने पर कुंडली में मौजूद पापी ग्रह राहु और केतु के अशुभ प्रभावों से मुक्ति मिल जाती है. नवरात्रि पर हनुमान चालीसा और बजरंग बाण का पाठ कर कुंडली में राहु-केतु के दोष को कम किया जा सकता है.

Tags: Ayodhya News, Dharma Aastha, Local18, Religion 18, Uttar Pradesh News Hindi

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.

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