चंडीगढ़ के बम धमाकों के आरोपी विनय और अजीत को आज कोर्ट में पेश करेगी पुलिस
चंडीगढ़ के सेक्टर 26 स्थित दो क्लबों में हुए बम धमाकों के आरोपियों विनय और अजीत को आज हिसार सदर थाना पुलिस जिला कोर्ट में पेश करेगी। पुलिस इन दोनों आरोपियों का ज्यादा से ज्यादा रिमांड मांगेगी ताकि मामले की गहराई से जांच की जा सके। इस मामले की जांच अब हिसार CIA वन को सौंप दी गई है।
CIA टीम आरोपियों से करवाएगी निशानदेही
CIA की टीम आज आरोपियों को मुठभेड़ वाली जगह पर ले जाकर उनकी निशानदेही करवाएगी। पुलिस यह जानकारी भी जुटाएगी कि आरोपियों ने वारदात में किस हथियार का इस्तेमाल किया था। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि आरोपियों ने करनाल से देसी बम हासिल किए थे। इसके अलावा पुलिस उनके पास से ऑटोमैटिक पिस्टल और अन्य महत्वपूर्ण सामान भी बरामद करने की कोशिश कर रही है। साथ ही यह भी पता लगाया जाएगा कि हिसार में उनके साथ और कौन लोग शामिल थे, जहां उन्होंने शरण ली थी और पूरी योजना बनाई थी।
परिजनों से नहीं मिलने दिया गया
आरोपी अजीत की मां और बहन उसे मिलना चाहते थे, जबकि विनय के परिजन अपने बेटे की करतूत से नाराज हैं और उन्होंने अभी तक उससे मिलने की कोशिश नहीं की है। फिलहाल पुलिस ने आरोपियों को मिलने से मना कर दिया है ताकि जांच में कोई रुकावट न आए।
यह मामला अभी भी खुलासा होने के बाद और जांच के दौर में है, और पुलिस आरोपियों से अन्य महत्वपूर्ण जानकारी हासिल करने की कोशिश कर रही है।
चंडीगढ़ ब्लास्ट मामले में और भी आरोपी हो सकते हैं शामिल
चंडीगढ़ के सेक्टर 26 में हुए बम धमाकों के मामले में आरोपियों की लिस्ट लंबी हो सकती है। जांच में यह सामने आया है कि इस वारदात में कई लोगों की भूमिका हो सकती है। आरोपियों ने प्लानिंग से लेकर हथियार का अरेंजमेंट, बम बनाने, और बम को पकड़ाने तक के सारे काम किए हैं, जो इस अपराध को अंजाम देने में मददगार साबित हुए।
पुलिस अब इस संपूर्ण नेटवर्क को तोड़ने का प्रयास कर रही है और आरोपियों से प्राप्त इनपुट के आधार पर कई एंगल्स पर जांच कर रही है। यह भी संभावना जताई जा रही है कि कुछ और लोग इस पूरे घटनाक्रम में शामिल हो सकते हैं, जिनकी पहचान अभी तक नहीं हो पाई है।
इसके अलावा, अब मोहाली पुलिस की टीम भी मामले में आरोपियों से पूछताछ करने के लिए शामिल हो सकती है। इस नई टीम को यह सुनिश्चित करना होगा कि क्या मोहाली में भी इस वारदात से जुड़े कोई अन्य पहलू हैं या अन्य लोग इसके साथ मिलकर इस आपराधिक साजिश का हिस्सा रहे हैं। पुलिस ने मामले की जांच में और भी जानकारी जुटाने के लिए विभिन्न दिशा-निर्देशों पर काम शुरू कर दिया है।
जींद के रणदीप मलिक ने कई युवाओं को अपराधी गैंग में जोड़ा
चंडीगढ़ ब्लास्ट मामले में पुलिस अब गैंग के सिंडिकेट को तोड़ने के प्रयास में जुटी है और आरोपियों से जुड़े युवाओं के बारे में जानकारी एकत्र कर रही है। सूत्रों के अनुसार, जींद के रणदीप मलिक ने भिवानी और हिसार जैसे जिलों के कई युवाओं को अपने गैंग में शामिल किया है। पुलिस की टीम अब इन युवाओं की डिटेल जुटाने और यह समझने में लगी हुई है कि रणदीप मलिक और उसका गैंग युवाओं को किस तरीके से क्राइम की दुनिया में फंसा रहा है।
गैंग के नेटवर्क की पहचान में पुलिस की विशेष टीम लगी हुई है। पुलिस ने कई संदिग्ध युवाओं को हिरासत में लिया है, जिनसे गैंग के अन्य सदस्यों और उनके तरीकों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।
रणदीप मलिक का आपराधिक इतिहास
रणदीप मलिक, जो जींद के सफीदों के गांव एंचला कलां का निवासी है, 2015 में USA चला गया था। उसके खिलाफ कुरुक्षेत्र में मारपीट और धमकी का केस दर्ज है, जिसमें आईपीसी की धारा 323, 325 और 506 के तहत आरोप लगाए गए थे। पुलिस अब रणदीप मलिक और गोल्डी बराड के बीच किसी संभावित कनेक्शन की भी जांच कर रही है, क्योंकि दोनों के बीच लिंक हो सकता है जो इस अपराधी नेटवर्क से जुड़ा हो।
पुलिस की कोशिश है कि वह इस गैंग के पूरे नेटवर्क को सामने लाए और युवाओं को इस दुनिया में फंसाने की प्रक्रिया को तोड़ सके।