क्वांट म्यूचुअल फंड का असेट अंडर मैनेजमेंट 4 साल में हजारों गुना बढ़ गया है.यह 253 करोड़ से मौजूदा एयूएम करीब 93 हजार करोड़ रुपये पहुंच गया है. इस फंड हाउस के जरिये 80 लाख निवेशकों ने अपना पैसा लगाया है.
नई दिल्ली. अमेरिकी म्यूचुअल फंड हाउस फ्रैंकलिन टेम्पलटन (Franklin Templeton) की लगाई आग अभी पूरी तरह ठंडी भी नहीं हुई थी कि एक भारतीय म्यूचुअल फंड कंपनी विवादों में घिर गई. बाजार नियामक सेबी ने देश के बेस्ट परफॉर्मिंग म्यूचुअल फंड में शामिल क्वांट (Quant Mutual Fund) के खिलाफ जांच शुरू कर दी है. एक दिन पहले ही फंड हाउस के हैदराबाद और मुंबई स्थित ठिकानों पर छापेमारी भी की गई थी. इस घटना से निवेशकों के मन में डर बैठ गया है और कई निवेशक अपना पैसा निकालने की भी सोचने लगे हैं. अगर आपका पैसा भी इस फंड हाउस में जमा है और इसे निकालना चाहते हैं तो जान लीजिए कि कितना समय लगेगा.
क्वांट म्यूचुअल फंड का असेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) महज 4 साल में हजारों गुना बढ़ गया है. 2020 में जहां कुल एयूएम 253 करोड़ रुपये था, वहीं मौजूदा एयूएम करीब 93 हजार करोड़ रुपये पहुंच गया है. इस फंड हाउस के जरिये 80 लाख निवेशकों ने अपना पैसा लगाया है, जिसमें से ज्यादातर खुदरा निवेशक हैं. जाहिर है कि इन निवेशकों के मन में अभी तमाम तरह के सवाल घूम रहे होंगे. इसमें से सबसे जरूरी सवाल है कि अगर कोई निवेशक अपना पैसा निकालना चाहता है तो कितना समय लगेगा. आपको बता दें कि फ्रैंकलिन टेम्पलटन ने भी जोखिम कारणों से अपनी 6 योजनाएं बंद की थी, जिसमें 3 लाख निवेशकों के करीब 30 हजार करोड़ रुपये जमा थे.
हर योजना के लिए अलग समय
क्वांट फंड हाउस की हर म्यूचुअल फंड योजना से पैसे निकालने का समय अलग-अलग है. कंपन की ओर से पिछले महीने जारी स्ट्रेस टेस्ट रिजल्द को देखें तो अभी स्मॉल कैप पोर्टफोलियो से पैसे निकालने में 28 दिन लग सकते हैं, वह भी सिर्फ 50 फीसदी पैसा ही मिलेगा. अगर स्मॉल कैप से 25 फीसदी पैसा निकालना है तो इसी अनुपात में 14 दिन का समय लगेगा.
मिड कैप से जल्दी निकासी
इसी तरह, अगर कोई निवेशक कंपनी के मिड कैप फंड से पैसे निकालना चाहता है तो कंपनी को अपना 50 फीसदी पोर्टफोलियो लिक्विडेट करने यानी नकद पैसा लेने में 9 दिन का समय लगेगा. इसी अनुपात में अगर 25 फीसदी पैसा निकालना पड़े तो 5 दिन का समय लग जाएगा. इसका मतलब हुआ कि अगर आप अपने पैसे निकलना चाहते हैं तो कम से कम इतने दिन का इंतजार तो करना ही पड़ेगा.
कंपनी पर बढ़ रहा जोखिम
क्वांट मिड कैप फंड का सालाना स्टैंडर्ड डेविएशन अभी 15.85 पहुंच गया है, जो इसके बेंचमार्क के स्टैंडर्ड डेविएशन 14.73 से भी ज्यादा है. इसी तरह, स्मॉल कैप फंड का सालाना स्टैंडर्ड डेविएशन भी 18.62 पहुंच गया है, जो इसके बेंचमार्क के 18.08 से ज्यादा है. यह फंड हाउस की वोलाटिलिटी को बताता है, जो रिस्क मैनेजमेंट के लिए बहुत जरूरी होता है. सेबी ने मार्च से मिड और स्मॉल कैप फंड के लिए हर महीने स्ट्रेस टेस्ट रिजल्ट जारी करना अनिवार्य कर दिया है.
किस फंड में कितना निवेश
अब बात करते हैं कि इस फंड हाउस ने किस म्यूचुअल फंड कैटेगरी में कितना निवेश किया है. कंपनी के क्वांटीटेटिव मिड कैप फंड को देखें तो 21.45 फीसदी पैसा लार्ज कैप स्टॉक्स में लगाया है और 65.63 फीसदी मिडकैप स्टॉक्स में. शेष 12.90 फीसदी पैसा कैश व अन्य तरह के विकल्पों में निवेश किया है. इसी तरह, क्वांटीटेटिव स्मॉल कैप फंड का 24.55 फीसदी पैसा लार्ज कैप स्टॉक में 65.93 फीसदी रकम स्मॉल कैप स्टॉक में लगाई है. शेष 9.51 फीसदी रकम अन्य तरह के विकल्पों में निवेश किया है.
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FIRST PUBLISHED : June 25, 2024, 17:37 IST