नई दिल्ली. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कथित तौर पर 975 करोड़ रुपये के बैंक ऋण धोखाधड़ी से जुड़े धन शोधन के मामले में मुंबई के एक कारोबारी समूह पर छापा मारा. केंद्रीय जांच एजेंसी ने गुरुवार जानकारी देते हुए बताया कि छापेमारी के बाद मर्सिडीज बेंज व लेक्सस जैसी लग्जरी गाड़ियों के साथ-साथ रोलेक्स व हुब्लोट जैसे ब्रांड की घड़ियां जब्त किया गया. कई आपत्तिजनक दस्तावेज, डिजिटल डिवाइस, 3 मर्सिडीज बेंज व लेक्सस जैसी गाड़ियां और महंगी घड़ियां जब्त की. जांच एजेंसी ने बताया कि उनके 140 से अधिक बैंक खातों व लॉकरों से लेन-देन पर रोक लगा दी गई है.
एजेंसी ने एक बयान में बताया कि मंधाना इंडस्ट्रीज लिमिटेड (अब जीबी ग्लोबल लिमिटेड) और इसके प्रोमोटर्स के घरों पर बुधवार को छापेमारी की गई. गुरुवार को जारी बयान के अनुसार, कंपनी, कंपनी के निदेशकों पुरुषोत्तम मंधाना, मनीष मंधाना, बिहारीलाल मंधाना और अन्य के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का यह मामला केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा दर्ज की गई केस के बाद सामने आया है.
बैंक ऑफ बड़ौदा ने कथित रूप से 975.08 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की शिकायत सीबीआई में दर्ज कराई थी, जिसके बाद यह मामला सामने आया था. ईडी, मुंबई ने बैंक धोखाधड़ी के एक मामले में मेसर्स मंधाना इंडस्ट्रीज लिमिटेड और अन्य के खिलाफ पीएमएलए, 2002 के प्रावधानों के तहत बुधवार को मुंबई के 12 अलग-अलग ठिकानों पर तलाशी अभियान चलाया. तलाशी में 5 करोड़ रुपये के शेयर और प्रतिभूतियां जब्त की गई.
ईडी ने आगे बताया कि पीएमएलए 2002 के प्रावधानों के तहत गुरुवार को अशोक कुमार सिंह, आशीष कुमार सिंह, सदाशिव मेहुल पांडे और जनार्दन पांडे की मुंबई और जौनपुर, (यूपी) में स्थित भूमि, आवासीय फ्लैट और कमर्शियल घरों के रूप में 4.19 करोड़ रुपये मूल्य की अचल संपत्तियों को अस्थाई रूप से जब्त किया है, जो मेसर्स अशोक प्रॉपर्टी डेवलपर्स और अन्य के बैंक धोखाधड़ी मामले में उनकी लाभकारी स्वामित्व वाली कंपनियों/इकाइयों के माध्यम से हैं.
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FIRST PUBLISHED : June 27, 2024, 23:50 IST