रिपोर्ट- सोनाली भाटी
जालौर. गर्मी का मौसम आते ही खाने के साथ कुछ चटपटा खाने का मन करने लगता है. अचार से ज्यादा अच्छा और क्या होगा भला जो जीभ को पूरी संतुष्टि दे दे. हर घर में नानी-दादी और मां तरह तरह के अचार बनाने लगती हैं. जालौर की एक महिला ने इसमें नया प्रयोग किया. वो ऑर्गेनिक अचार बना रही हैं.
ये महिला हैं भेटाला गांव में रहने वाली नीतू देवी. वो तरह-तरह के अचार बनाती हैं. इसमें आम, गाजर, नींबू ,टमाटर, हरी मिर्च, लाल मिर्च, केर, सांगरी, गुंदा ( लसोड़ा ) सब शामिल हैं. वो बताती हैं अचार बनाने के लिए कच्ची घानी सरसों का तेल सबसे उपयुक्त है. ये अपनी विशिष्ट खुशबू के लिए जाना जाता है. इसका तेल अचार को प्राकृतिक खुशबू देता है. इसलिए उच्च गुणवत्ता वाले सरसों तेल का इस्तेमाल करते हैं, जिससे अचार लंबे समय तक चल सकता है.
मसाले से आता है स्वाद
नीतू देवी सभी तरह के खड़े मसाले पीसकर अचार के लिए मसाला तैयार करती हैं. खास बात ये कि वो इसमें सेंधा नमक का उपयोग करती हैं जो ऑर्गेनिक है. नीतू का काम इतना बढ़ चुका है कि वो इस काम में अपने गांव की 10 और महिलाओं को भी रोजगार दे रही हैं. इनमें से 5 महिलाएं विधवा महिलाएं हैं. नीतू ये ऑर्गेनिक अचार तैयार कर दुकानों और मेलो में बेचती हैं. अचार का मूल्य ₹300 किलो है.
सेंधा नमक क्यों करें उपयोग
नीतू देवी ने बताया सेंधा नमक के बारे में आम धारणा है कि इसका इस्तेमाल सिर्फ व्रत में किया जाता है. ये एक प्रकार का खनिज है, जिसे नमक का शुद्ध रूप माना जा सकता है. इसे खाने योग्य बनाने के लिए इसे किसी भी तरह के केमिकल प्रोसेस से नहीं गुजरना पड़ता है. सेंधा नमक के गुण कई हैं. इससे पाचन क्रिया मजबूत रहती है. यह कब्ज, अपच, गैस- सीने में जलन जैसी कई बीमारियों के लक्षणों को भी कम करने में मदद करता है, इसलिए हम अपने अचार में सेंधा नमक का उपयोग करते हैं.
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FIRST PUBLISHED : March 29, 2024, 15:51 IST