सोनीपत लोकसभा सीट पर मतों की गिनती शुरू हो गई है. जाटों का गढ़ मानी जाने वाली इस सीट पर दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल रहा है. भाजपा लगातार तीसरी बार इस सीट पर कब्जा करने की कोशिश में है, तो वहीं कांग्रेस वर्षों से गढ़ रही अपनी जमीन को वापस पाने की तैयारी में है. इनेलो, जेजेपी और बसपा के प्रत्याशी मुकाबले को काफी रोचक बना रहे हैं.
हरियाणा की हर सीट पर मुकाबला काफी रोचक है, लेकिन सबसे ज्यादा नजर जिन सीटों पर है, उनमें से सोनीपत भी एक है. क्योंकि जाटलैंड की इस सीट पर भाजपा और कांग्रेस दोनों ने ही ब्राम्हण प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है. एक वक्त ये सीट कांग्रेस का गढ़ हुआ करती थी. लेकिन बीते दो चुनावों से भाजपा ने ऐसी सेंध लगाई है कि 2019 में यहां से कांग्रेस के दिग्गज और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी चुनाव हार गए थे. उन्हें तकरीबन डेढ़ लाख मतों से भाजपा के रमेश चंदर कौशिक ने शिकस्त दे दी थी. इस बार भाजपा और कांग्रेस दोनों ने अपने प्रत्याशी बदल दिए हैं. इसलिए मुकाबला काफी दिलचस्प हो गया है.
भाजपा ने दो बार के सांसद रमेश कौशिक का टिकट काटकर राई विधानसभा क्षेत्र के विधायक मोहन लाल बड़ौली पर दांव लगाया है. वहीं, कांग्रेस ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बेहद करीबी सतपाल ब्रह्मचारी को टिकट दिया है. बड़ौली की पहचान जमीनी नेताओं में रही है. वे भाजपा के महामंत्री भी हैं और अक्सर अपने बयानों की वजह से चर्चा में रहते हैं. वहीं, सतपाल ब्रह्मचारी हरिद्वार शहर से कांग्रेस की राजनीति करते आए हैं. दो बार चुनाव भी लड़ा, लेकिन भाजपा प्रत्याशी से करारी शिकस्त मिली. इसलिए जाटों के गढ़ में इस बार दोनों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है. इनेलो ने यहां से पूर्व आईपीएस अफसर अनूप दहिया, जेजेपी ने भूपेंद्र मलिक, बीएसपी ने उमेश गहलावत को मैदान में उतारा है.
क्या है जातीय समीकरण
करीब 17.33 लाख मतदाताओं वाली इस सोनीपत लोकसभा सीट पर लगभग छह लाख जाट वोटर हैं. ब्राम्हण और त्यागी वोटरों की तादात लगभग 12 फीसदी है. अब तक यहां हुए 12 चुनावों में 9 बार जाट प्रत्याशी ही जीतते आए हैं. चौधरी देवीलाल भी यहां से जीतकर संसद जा चुके हैं. इसीलिए चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा जाटों के भरोसे एक बार फिर जीत का दावा कर रहे हैं, जबकि भाजपा को भरोसा है कि लोग उनका साथ देंगे और एक बार फिर उनकी जीत होगी. 2019 में यहां से भाजपा प्रत्याशी रमेश चंदर कौशिक को 5,87,664 मत मिले थे, जबकि चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा को 4,22,800 मत. उन्हें दूसरे स्थान से संतोष करना पड़ा था.
FIRST PUBLISHED : June 4, 2024, 24:03 IST