मुंबई3 मिनट पहले
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सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) आज यानी 28 मार्च से स्टॉक मार्केट में ऑप्शनल बेसिस पर T+0 सेटलमेंट लागू करेगी। इससे पहले बीते दिन बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने उन 25 स्टॉक्स की लिस्ट जारी कर दी है, जिनमें आज से सेम-डे-सेटलमेंट लागू हो रहा है।
दोनों स्टॉक एक्सचेंज T+0 सेटलमेंट सिस्टम का ट्रायल 25 शेयरों के साथ शुरू कर रहे हैं। यानी जिस दिन आप इन शेयरों को बेचेंगे, पूरा पैसा भी उसी दिन अकाउंट में क्रेडिट हो जाएगा।
अभी शेयर बाजार में T+1 सेटलमेंट सिस्टम लागू है। यानी शेयरों के बेचने पर भुगतान एक दिन बाद होता है। तीन महीने पहले मार्केट रेगुलेटर ने T+0 के लिए कंसल्टेशन पेपर जारी किए थे और 12 जनवरी तक इस पर लोगों से राय मांगी थी। 6 दिन पहले 6-स्टेप गाइडलाइन जारी की थी।
सभी इन्वेस्टर्स एलिजिबल, दो फेज में लागू होगा T+0 सेटलमेंट
SEBI ने बताया कि सभी इन्वेस्टर्स T+0 सेटलमेंट सिस्टम के लिए एलिजिबल होंगे। SEBI ने T+0 सेटलमेंट को दो फेज में लागू करने का प्रस्ताव दिया था।
पहला फेज: अगर आप ट्रेडिंग-डे पर दोपहर 1:30 बजे तक शेयरों को बेचेंगे तो शाम 4:30 बजे तक उनका सेटलमेंट हो जाएगा।
दूसरा फेज: 3:30 बजे तक किए गए सभी लेनदेन का सेटलमेंट तुरंत होगा। इसके शुरू होने के बाद पहला फेज डिस्कंटीन्यू हो जाएगा।
T+0 सेटलमेंट से इन्वेस्टर्स को क्या फायदा होगा?
- T+0 सेटलमेंट सिस्टम के जरिए इन्वेस्टर्स के अकाउंट पर शेयर बेचने वाले दिन ही पैसा आ जाएगा, जिसका इस्तेमाल वह किसी अन्य कामों के लिए कर सकेंगे।
- शेयर खरीदने में उसी दिन शेयर डीमेट अकाउंट में क्रेडिट हो जाएगा, जिससे अगर चाहे तो उसी दिन शेयर प्लेज भी कर सकेंगे। अभी अगले दिन डीमेट अकाउंट में शेयर्स क्रेडिट होते हैं।
- इससे मार्केट में लिक्विडिटी बढ़ेगी, जिससे वेटिंग पीरियड का इंतजार किए बिना इन्वेस्टर्स अन्य शेयर्स को खरीद सकेंगे। साथ ही कम समय तक के लिए पैसा होने पर भी इन्वेस्टर्स मार्केट में पैसा सकेंगे।
अक्टूबर 2024 तक शुरू होगा इंस्टेंट सेटलमेंट
इससे पहले SEBI चीफ माधुरी पुरी बुच ने कहा था कि हम अगले साल मार्च (2024) तक ट्रेड सेटलमेंट के समय को कम करके 1 घंटे करने और फिर अक्टूबर 2024 तक तुरंत ट्रेड सेटलमेंट लागू करने की तैयारी कर रहे हैं।
2002 से पहले T+5 सेटलमेंट सिस्टम था
हमारे देश में 2002 से पहले तक T+5 सेटलमेंट का सिस्टम था। SEBI ने 2002 में T+3 सेटलमेंट को लागू किया। साल 2003 में T+2 सेटलमेंट लागू किया गया। साल 2021 तक मार्केट इसी सिस्टम पर काम करता रहा। इसके बाद T+1 सिस्टम लाया गया। इसे जनवरी 2023 में लागू किया गया। इससे फंड और शेयर का सेटलमेंट 24 घंटे में होना शुरू हो गया।