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- SBI Raises Rs 10,000 Cr Via 15 year Infrastructure Bonds At 7.36% Coupon
मुंबई3 मिनट पहले
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स्टेट बैंक ऑफ इंडिया यानी SBI ने 15-ईयर इंफ्रास्ट्रक्चर बॉन्ड के माध्यम से 10,000 करोड़ रुपए का फंड जुटाया है। इससे SBI पावर और रोड जैसे सेक्टर्स में प्रोजेक्ट्स को फंड प्रोवाइड कराएगा। बॉन्ड के लिए कूपन रेट 7.36% तय किया गया है।
इस इश्यू को 5,000 करोड़ रुपए के बेस इश्यू साइज से लगभग चार गुना ज्यादा सब्सक्रिप्शन मिला है। इससे पहले SBI ने सितंबर 2023 में 7.49% के कूपन पर 15 साल का इंफ्रास्ट्रक्चर बॉन्ड रखा था और 10,000 करोड़ रुपए जुटाए थे।
SBI ने कहा कि इस इंस्ट्रूमेंट को स्थिर दृष्टिकोण के साथ AAA रेटिंग दी गई है। मौजूदा इश्यू के साथ बैंक द्वारा जारी किए गए टोटल आउटस्टेंडिंग (बकाया) लॉन्ग-टर्म बॉन्ड्स 49,718 करोड़ रुपए है।
SBI का शेयर आज बुधवार को 0.24% की तेजी के साथ 844.25 रुपए पर बंद हुआ। इसके साथ ही बैंक का मार्केट कैप 7.53 लाख करोड़ रुपए हो गया है।
SBI के चेयरमैन दिनेश खारा ने कहा कि इस इश्यू से लॉन्ग टर्म बॉन्ड कर्व डेवलप करने में मदद मिलेगी और अन्य बैंकों को भी लंबी अवधि के बॉन्ड जारी करने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा। प्राप्त बोलियों की टोटल संख्या 143 थी। निवेशक प्रोविडेंट फंड्स, पेंशन फंड, इंश्योरेंस कंपनीज, म्यूचुअल फंड, कॉरपोरेट आदि से थे।
बॉन्ड से प्राप्त राशि का उपयोग इंफ्रास्ट्रक्चर और किफायती हाउसिंग सेगमेंट्स को फंड देने के लिए लॉन्ग-टर्म रिसोर्सेज को बढ़ाने में किया जाएगा। बैंक के बोर्ड ने चालू वित्त वर्ष में लॉन्ग टर्म बॉन्ड के जरिए 20,000 करोड़ रुपए तक जुटाने के प्लान को पहले ही मंजूरी दे दी है। इसमें से 10,000 करोड़ रुपए मौजूदा पेशकश के जरिए जुटाए गए हैं।
वित्त-वर्ष 2025 में ₹25,073 करोड़ जुटाएगा बैंक
कुछ दिनों पहले स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के बोर्ड ने वित्त वर्ष 2025 में लोन के माध्यम से 3 बिलियन डॉलर (25,073 करोड़ रुपए) तक जुटाने को मंजूरी दी थी। देश के सबसे बड़े लेंडर SBI ने स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में इस बात की जानकारी दी थी।
SBI ने कहा था कि बैंक पब्लिक ऑफर या सीनियर सिक्योर्ड नोट्स के निजी प्लेसमेंट के माध्यम से एक या ज्यादा किस्तों में फंड जुटाएगा, जो अमेरिकी डॉलर या किसी अन्य प्रमुख विदेशी करेंसी में होगा। जनवरी में SBI ने ‘बेसल III-कंप्लेंट एडिशनल टियर-I परपेचुअल बॉन्ड’ बेचकर 5,000 करोड़ रुपए जुटाए थे।
SBI का चौथी तिमाही में मुनाफा 24% बढ़कर ₹20,698 करोड़
SBI का वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) में मुनाफा सालाना आधार पर 23.98% बढ़कर ₹20,698 करोड़ रहा। एक साल पहले की समान तिमाही में सरकारी बैंक ने ₹16,695 करोड़ का नेट मुनाफा दर्ज किया था।
इंटरेस्ट इनकम 19.46% बढ़कर ₹6,909 करोड़ रुपए रही
चौथी तिमाही में बैंक की इंटरेस्ट इनकम (ब्याज आय) सालाना आधार पर 19.46% बढ़कर ₹1,11,043 करोड़ रही। पिछले साल की समान तिमाही में यह ₹92,951 करोड़ रुपए रही थी।
वहीं पिछली तिमाही (Q3FY24) में बैंक ने ब्याज से ₹1,06,734 करोड़ की आमदनी की थी। यानी तिमाही आधार (QoQ) पर कंपनी की नेट इंटरेस्ट इनकम 4.03% बढ़ी है।
वापस नहीं मिली राशि NPA हो जाती है
बैंक जो लोन या एडवांस देता है, अगर वह समय पर वापस नहीं मिला, उस राशि को बैंक NPA या नॉन-परफॉर्मिंग एसेट घोषित कर देता है। सामान्य तौर पर 90 दिनों तक रिटर्न नहीं मिलने की स्थिति में लोन या एडवांस अमाउंट को बैंक NPA की लिस्ट में डाल देता है।
देश का सबसे बड़ा बैंक है SBI
भारतीय स्टेट बैंक देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक है। SBI में सरकार की 56.92% हिस्सेदारी है। 1 जुलाई 1955 को इसकी स्थापना हुई थी। बैंक का मुख्यालय मुंबई में है।
एक चौथाई बाजार हिस्सेदारी के साथ इसकी 22,405 से ज्यादा ब्रांच और 48 करोड़ से ज्यादा ग्राहक है। बैंक दुनिया के 29 देशों में काम करता है। भारत के बाहर इसके 235 ब्रांच हैं।