रोहित भट्ट/ अल्मोड़ा. कई बार कॉलेज में पढ़ाई के दौरान छात्राओं के अचानक पीरियड्स शुरू होने से उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. सबसे बड़ी समस्या सेनेटरी पैड की होती है.उत्तराखंड के अल्मोड़ा में स्थित सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय परिसर (SSJ कैंपस अल्मोड़ा) में इसी समस्या को देखते हुए छात्राओं के लिए सेनेटरी पैड वेंडिंग मशीन लगाई गई है. यदि किसी भी छात्रा को पीरियड के समय सेनेटरी पैड चाहिए होंगे, तो वह यहां से आसानी से ले पाएगी. कॉलेज के मुख्य कैंपस और बीए फैकल्टी में यह मशीन लगाई गई है. इसे टाइगर ग्रुप के वर्तमान अध्यक्ष राहुल धामी और उनकी टीम द्वारा लगाया गया है. इस मशीन से लड़कियां सिर्फ पांच रुपये में एक सेनेटरी पैड निकाल सकती हैं.
अब अल्मोड़ा के SSJ कॉलेज आने वाली छात्राओं को इमरजेंसी कंडीशन में सेनेटरी पैड के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा. इस मशीन में पांच रुपये का सिक्का डालने पर सेनेटरी पैड बाहर आ जाएगा.छात्रा प्रियांशी बिष्ट ने कहा कि किसी भी गर्ल स्टूडेंट को इमरजेंसी में सेनेटरी पैड चाहिए होते थे, तो उन्हें इधर-उधर जाना पड़ता था. अब कॉलेज में ही सेनेटरी नैपकिन मशीन लगने से सभी छात्राओं को काफी फायदा होगा. उनका मानना है कि कॉलेज में छात्र हितों के काम लगातार होने चाहिए ताकि कॉलेज को बेहतर बनाया जा सके. छात्रा डॉली रावत ने कहा कि कॉलेज में सेनेटरी पैड वेंडिंग मशीन लगने से छात्राओं के लिए यह काफी फायदेमंद है. ऐसी सुविधा अन्य स्कूलों और कॉलेजों में भी होनी चाहिए, जिससे हर एक छात्रा को इमरजेंसी में मदद मिल सके. टाइगर ग्रुप के लोगों ने इस मशीन को लगाकर छात्राओं के लिए एक बेहतर काम किया है.
पहले ही लग जानी चाहिए थी मशीन
टाइगर ग्रुप के सदस्य आशीष जोशी ने कहा कि वह कॉलेज में उनके ग्रुप की जीत को स्टूडेंट्स की जीत मानते हैं. उनका भरोसा ही है कि हमने अपनेसंकल्प पत्र में जो-जो वादे किए थे, हम उन्हें पूरा कर रहे हैं. संकल्प पत्र में हमने छात्राओं के लिए सेनेटरी पैड मशीन लगाने का वादा किया था, जिसे पूरा किया गया है. उन्हें बुरा भी लगता है कि इतने बड़े कॉलेज में यह सुविधा बहनों के लिए पहले ही हो जानी चाहिए थी, पर अब उनके ग्रुप द्वारा इस मशीन को लगाने से छात्राओं के चेहरों पर खुशी झलक रही है.
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FIRST PUBLISHED : March 13, 2024, 16:54 IST