पटना. लोकसभा चुनाव 2024 की सियासी हलचल के बीच NEET पेपर लीक मामला लगातार सुर्खियां बटोर रहा है. बीते दिनों से शुरू हुई इस बहस ने रोजाना तेजी पकड़ी और आज के समय देश का सबसे बड़ा और अहम मुद्दा बना हुआ है.
अब इस नीट पेपर लीक मामले की आंच बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के घर तक भी पहुंच गई है. बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर बिहार के उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने गंभीर आरोप लगाए हैं. गुरुवार को विजय सिन्हा ने News18India को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में बताया कि इस मामले की जांच की जानी चाहिए.
ताकि मामले में सबकुछ साफ हो सके. साथ ही बच्चों को जो भी नुकसान उठाना पड़ा है उसकी भरपाई की जानी चाहिए. विजय सिन्हा ने कहा कि हमने अपने विभाग की जांच शुरू की तो डिटेल सामने आई कि एक तारीख को प्रीतम जो तेजस्वी का पीएस है, उस विभाग के मंत्री उस समय वहीं थे. चार तारीख को तीन बार फोन किया गया.
लेकिन प्रीतम और सिंकदर के नाम से बुक कराया कमरा और जिसमें अनुराग ठहरे हैं. इन सभी बातों की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए. सिकंदर और लालू परिवार का क्या रिश्ता है इसकी भी जांच होने की जरूरत है. विजय सिन्हा ने कहा कि इस मामले पर ज्यादा बोलना ठीक नहीं होगा. लेकिन इसकी जांच होगी तो सारा दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा.
तेजस्वी और लालू परिवार से जुड़े आरोपियों के तार?
बता दें कि NEET पेपरलीक मामले में पुलिस ने जांच करते हुए अनुराग यादव को गिरफ्तार किया है. अनुराग यादव ने पुलिस की पूछताछ ने बताया कि नीट एग्जाम के लिए सारी सेटिंग उसके फूफा सिकंदर प्रसाद यादवेंदु की तरफ से की गई थी. इसको लेकर मेटी रकम तय हुई थी. लड़कों को 30 से 32 लाख रुपये में पेपर बेचा गया था. सिकंदर प्रसाद यादवेंदु दानापुर नगर परिषद में जूनियर इंजीनियर के पद पर कार्यरत है. सिकंदर और प्रीतम के बीच संबंध बताए जा रहे हैं. अब इस मामले की जांच के बाद ही पूरा खुलासा हो सकता है.
FIRST PUBLISHED : June 20, 2024, 20:40 IST