कैलाश कुमार/बोकारो.किसान हमारे समाज के महत्वपूर्ण अन्नदाता है जो हमें भोजन की सुरक्षा प्रदान करते हैं. ऐसे में खेती के दौरान अक्सर फसल में कीट पतंग कि समस्या उत्पन्न होती है. जिसके रोकथाम के लिए किसान केमिकल युक्त कीटनाशक का प्रयोग करते हैं. कई बार इसके उपयोग से फसल में हानिकारक प्रभाव भी देखने को मिलता है.
इसके साथ ही बाजार में केमिकल युक्त कीटनाशक कि किमत भी अधिक होती है. इस समस्या को ध्यान रखते हुए बोकारो के कृषि पदाधिकारी उमेश तिर्की ने प्राकृतिक कीटनाशक नीमास्त्र कि जानकारी दी है. जिसे किसान घर में तैयार कर आसानी से अपनी फसल कि रक्षा कीट पतंग से कर सकते हैं.
ऐसे करे तैयार
कृषि पदाधिकारी उमेश तिर्की ने लोकल 18 से कहा कि नीमास्त्र भारत कि परंपरागत ऑर्गेनिक कीटनाशक है. जिसे नीम की मदद से तैयार किया किया जाता है. इसे तैयार करने के लिए किसान 1 किलो नीम के बारीक पत्ते या 1 किलो नीम की बीज का पाउडर, 1 लीटर देसी गाय का गोमूत्र, 200 ग्रा0 देसी गाय का गोबर और 20 लीटर पानी ड्रम में डालकर 10 मिनट तक अच्छी तरह मिलाए. फिर, उस ड्रम के मुंह को सूती कपड़े से 45 दिन बांध कर रखें तो नीमास्त्र तैयार हो जाएगा. फिर निमास्त्र को कपड़े से छानकर इसका छिड़काव कर सकते हैं . 250 लीटर नीमास्त्र से किसान एक हेक्टेयर फसल का छिड़कावकर सकते हैं. बग्स, थ्रिप्स, सफेद मक्खी (व्हाइट फ्लाइज), छोटे कैटरपिलर और अन्य चूसने वाले कीट-पतंगों को नियंत्रित करने के लिए नीमास्त्र का प्रयोग कर सकते हैं.
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FIRST PUBLISHED : April 22, 2024, 09:18 IST