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नई दिल्ली22 मिनट पहले
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दिल्ली और नेशनल कैपिटल रीजन (NCR) में प्रमुख दूध सप्लायर मदर डेयरी दो और नए प्लांट्स बनाने के लिए करीब ₹650 करोड़ रुपए इन्वेस्ट करने जा रही है। नए प्लांट में कंपनी दूध और फलों को प्रोसेस करेगी।
कंपनी इससे बढ़ती मार्केट डिमांड को पूरा करेगी। इसके अलावा मदर डेयरी अपनी मौजूदा प्लांट की कैपेसिटी बढ़ाने के लिए ₹100 करोड़ और इन्वेस्ट करेगी। न्यूज एजेंसी PTI ने इस बात की जानकारी दी है।
मदर डेयरी फ्रूट्स एंड वेजिटेबल्स प्राइवेट लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर मनीष बंदलिश ने कहा, ‘हम अपने डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क और कस्टमर्स तक पहुंच बढ़ाने के लिए अपने प्रमुख जगहों पर अपनी डेयरी और F&V (फल और सब्जियां) प्रोसेसिंग कैपेसिटीज के विस्तार के लिए 750 करोड़ रुपए खर्च करने वाले हैं।’
नागपुर में ₹525 करोड़ की लागत से डेयरी प्लांट बना रही कंपनी
मनीष ने बताया कि कंपनी लगभग ₹525 करोड़ के इन्वेस्टमेंट से महाराष्ट्र के नागपुर में एक बड़ा डेयरी प्लांट लगा रही है। इस प्लांट में रोजाना 6 लाख लीटर दूध की प्रोसेसिंग होगी, जिसे बाद में बढ़ाकर 10 लाख लीटर किया जाएगा। यह प्लांट देश के साउदर्न रीजन में सर्विस प्रोवाइड।
मदर डेयरी फ्रूट्स एंड वेजिटेबल्स प्राइवेट लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर मनीष बंदलिश।
कर्नाटक में फ्रूट प्रोसेसिंग प्लांट बनाएगी कंपनी
कंपनी अपने ब्रांड को कर्नाटक में भी बढ़ा रही है। स्टेट में मदर डेयरी एक नया फ्रूट प्रोसेसिंग प्लांट शुरू करने की भी प्लानिंग कर रही है। कंपनी इसमें ₹125 करोड़ खर्च करेगी। नागपुर और कर्नाटक के ये दोनों प्लांट अगले 2 साल में पूरा हो जाएंगे।
मदर डेयरी के पास फिलहाल 9 प्रोसेसिंग प्लांट्स
मदर डेयरी के पास फिलहाल 9 प्रोसेसिंग प्लांट्स हैं। जिसकी डेली कैपेसिटी 50 लाख लीटर से ज्यादा है। कंपनी थर्ड-पार्टी प्लांट्स में भी प्रोसेसिंग करती है। हॉर्टिकल्चर सेगमेंट में कंपनी के अपने 4 प्लांट्स हैं। वहीं 15 सब्सिडियरी प्लांट में कंपनी एडिबल ऑयलका मैन्यूफैक्चरिंग करती है।
2022-23 में कंपनी का टर्नओवर 4,500 करोड़ रुपए
वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी का टर्नओवर 4,500 करोड़ रुपए रहा था। कंपनी के मुताबिक, मौजूद वित्त वर्ष (2023-24) में कंपनी का ओवरऑल ग्रोथ 7% से 8% रहने की उम्मीद है।
मदर डेयरी की स्थापना 1974 में ‘ऑपरेशन फ्लड’ इनिशिएटिव के तहत हुई थी। यह दुनिया का सबसे बड़ा डेयरी डेवलपमेंट प्रोग्राम था। कंपनी फिलहाल नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड (NDDB) की फुली ओन्ड सब्सिडियरी कंपनी है।