नई दिल्ली2 घंटे पहले
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बीते एक साल में BSE मिड कैप इंडेक्स में 65% से ज्यादा की तेजी देखने को मिली है। इसके चलते म्यूचुअल फंड्स की मिड कैप इक्विटी फंड कैटेगरी ने भी बीते 1 साल में 71% तक का रिटर्न दिया है। अगर आप इन दिनों म्यूचुअल फंड्स में निवेश करने का प्लान बना रहे हैं तो मिड कैप इक्विटी फंड अच्छा ऑप्शन हो सकता है।
अगर आप रिस्क ले सकते हैं तो मिड-कैप इक्विटी फंड में निवेश करना आपको अच्छा फायदा दिला सकता है। यहां हम आपको इसके बारे में बता रहे हैं।
सबसे पहले जानें मिड कैप म्यूचुअल फंड्स क्या हैं
मिड-कैप म्यूचुअल फंड उस फंड को कहते हैं जिसमें मुख्य रूप से मिड कैप कंपनियों के शेयरों में निवेश किया जाता है। मिड-कैप कंपनियां वे हैं जिनका मार्केट कैप 5,000 करोड़ रुपए से अधिक, लेकिन 20,000 करोड़ रुपए से कम है।
रिस्क लेने की क्षमता हो तभी करें निवेश
मिड-कैप फंड में लार्ज-कैप फंड्स की तुलना में ज्यादा जोखिम रखता है। इसीलिए, वो लोग जो अपने निवेश में ज्यादा जोखिम उठा सकते हैं, उन्हें ही इस फंड में निवेश करना चाहिए। इसके अलावा इसमें लंबे समय के लिए निवेश सही रहता है। ऐसे में अगर आप लंबी अवधि यानी 5 साल से ज्यादा समय के लिए निवेश करना चाहते हैं तो इसमें निवेश कर सकते हैं।
पोर्टफोलियो का 20 से 30% कर सकते हैं निवेश
एक्सपर्ट्स के अनुसार इसमें पोर्टफोलियो का 20 से 30% निवेश करना सही रहेगा। यानी अगर आपके पास निवेश करने के लिए कुल 100 रुपए हैं तो आप 20 से 30 रुपए तक इसमें निवेश कर सकते हैं। इसमें लॉन्ग टर्म के लिए निवेश करना फायदेमंद रहेगा।
SIP के जरिए निवेश करना रहेगा सही
म्यूचुअल फंड में एक साथ पैसा लगाने के बजाय सिस्टमेंटिक इनवेस्टमेंट प्लान यानी SIP के जरिए निवेश करना चाहिए। SIP के जरिए आप हर महीने एक निश्चित अमाउंट इसमें लगाते हैं। इससे रिस्क और कम हो जाता है, क्योंकि इससे इस पर बाजार के उतार चढ़ाव का ज्यादा असर नहीं पड़ता।