नई दिल्ली :
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने वाराणसी में आज महिलाओं से ज्यादा से ज्यादा मतदान सुनिश्चित करने का अनुरोध किया. उन्होंने महिलाओं की भारी भीड़ को संबोधित करते हुए कहा, “25-30 महिलाओं को इकट्ठा करें और ढोल बजाते, थालियां बजाते, गाने गाते हुए मतदान केंद्रों पर जाएं. यदि हम सुबह 10 बजे से पहले प्रत्येक बूथ पर 20-25 ऐसे जुलूस आयोजित कर सकें, तो मतदान के आंकड़े बढ़ जाएंगे.” साथ ही पीएम मोदी ने विपक्षी गठबंधन पर भी हमला बोला.
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पीएम मोदी अपने निर्वाचन क्षेत्र में प्रचार के लिए पहुंचे थे, जहां पर 1 जून को अंतिम चरण में मतदान होना है. “नारी शक्ति सम्मेलन” में उन्होंने विपक्षी कांग्रेस और समाजवादी पार्टी पर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा कि कांग्रेस आरक्षण के खिलाफ है और उसकी सहयोगी समाजवादी पार्टी कानून-व्यवस्था को लेकर उदासीन है.
मुलायम सिंह यादव ने मुंबई में दो सामूहिक बलात्कारों के लिए दोषी ठहराए गए तीन लोगों को मौत की सजा पर सवाल उठाते हुए टिप्पणी की थी, जिस पर व्यापक प्रतिक्रिया हुई थी. उन्होंने कहा था, “क्या बलात्कार के मामलों में फांसी की सजा दी जानी चाहिए? वे लड़के हैं, उनसे गलतियां हो जाती हैं.”
इंडी अलायंस की मानसिकता महिला विरोधी : PM मोदी
उन्होंने कहा, “इंडी अलायंस की मानसिकता हमेशा महिला विरोधी रही है. उन्होंने महिला आरक्षण का विरोध किया. जहां भी उनकी सरकार आती है, महिलाओं का जीना मुश्किल हो जाता है. बनारस के लोग यूपी और बिहार के जंगलराज से परिचित हैं. हमारी बहन-बेटियों का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया था. सुरक्षा की चिंता के कारण बेटियों को पढ़ाई छोड़कर घर बैठना पड़ता था.”
पहली बार महिलाएं सरकारी नीतियों में सबसे आगे : PM मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि उनकी सामाजिक कल्याण योजनाओं के माध्यम से हर परिवार में बहत सारा पैसा बच रहा है. उन्होंने आवास, स्वास्थ्य, मुफ्त भोजन और सब्सिडी वाली रसोई गैस का जिक्र करते हुए एक विस्तृत सूची पेश करते हुए बताया कि एक परिवार हर मद में कितनी बचत कर रहा है. उन्होंने महिलाओं को हर घर में बनाए गए शौचालयों, मुफ्त बैंक खातों और निर्वाचन क्षेत्र के 3 लाख लोगों के लिए मुफ्त मोतियाबिंद ऑपरेशन की याद दिलाई जो उन्होंने एक सांसद के रूप में करवाए थे.
एक भावनात्मक अपील में उन्होंने कहा, “पिछले 10 सालों में पहली बार महिलाएं सरकार की नीतियों और फैसलों में सबसे आगे आई हैं. हालांकि इस पर ज्यादा चर्चा नहीं हुई है, लेकिन यह भारत की सफलता की कहानी का प्रमुख कारक है. मुझे बताइये, अगर आपके बिना घर नहीं चल सकता तो आपके बिना देश कैसे चल सकता है? ये बात 60 साल तक सरकारों को समझ नहीं आई.”
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