रिपोर्ट-कुंदन कुमार
गया. रमजान का पवित्र महीना चल रहा है. एक महीने तक मुस्लिम समाज के लोग रोजा रखते हैं. रोजे में खजूर का बहुत महत्व है. खजूर खाकर रोजा खोला जाता है. उसके बाद ही अन्य खाद्य पदार्थ खाए जाते हैं. रमज़ान में खजूर खाकर ही क्यों रोजेदार अपना रोज़ा खोलते है? इसके पीछे धार्मिक के अलावा वैज्ञानिक कारण भी है.
रमजान में खजूर खाकर रोजा खोलने को सुन्नत माना जाता है. मान्यता है खजूर पैगंबर हजरत मोहम्मद का पसंदीदा ड्राइफ्रूट था. कहते हैं वो खजूर खाकर ही रोजा खोलते थे. पैगंबर हजरत मोहम्मद के रास्ते पर चलने को सुन्नत माना जाता है, इसलिए मुस्लिम धर्म के लोग रोज़ा खोलने के लिए खजूर का सेवन करते हैं. इसके बाद ही अन्य चीजों खाते हैं.
खजूर से तुरंत ऊर्जा
ये तो हुई धार्मिक मान्यता की बात. वैज्ञानिक दृष्टिकोण से खजूर खाना स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से काफी लाभदायक माना जाता है. गया के मशहूर फिजिशियन डॉ राजकुमार प्रसाद बताते हैं रमजान में पूरे दिन उपवास करने से शरीर में ऊर्जा का स्तर कम हो जाता है. रोजा खोलने के तुरंत बाद खजूर खाने से शरीर को तुरंत ऊर्जा मिलती है. इसके अलावा खजूर इफ्तार के दौरान खाई जाने वाली अन्य चीजों को पचाने में भी मदद करता है. खजूर में फाइबर और शरीर को स्वस्थ रखने के लिए आवश्यक पोषक तत्व भी होते हैं.
एसिडिटी से बचाव में रामबाण
रोजा या उपवास में खाली पेट रहने के कारण एसिटिडी की शिकायत भी आम है. इससे बचाव के लिए आप खजूर खा सकते हैं. ये पेट के बाइल जूस को बढ़ाने और इसकी लाइनिंग हेल्दी रखने में मददगार है. जब आप रोजा खोलते हैं और बहुत भारी कुछ खा लेते हैं, तो इससे एसिडिटी की समस्या हो सकती है. साथ ही अपच की समस्या भी हो सकती है. ऐसे में खजूर खाना इन समस्याओं से बचा सकता है. खजूर में पानी की मात्रा अधिक होती है, जो दिनभर पानी न पीने के बाद शरीर में हाइड्रेशन बनाए रखने में सहायता करता है. ऐसे में भी इसका सेवन फायदेमंद हो सकता है.
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FIRST PUBLISHED : March 15, 2024, 21:10 IST