IPL 2024 के मेगा ऑक्शन में 639.15 करोड़ खर्च, खिलाड़ियों पर TDS से सरकार को मिलेगा भारी राजस्व

IPL 2024 के मेगा ऑक्शन में 639.15 करोड़ खर्च, खिलाड़ियों पर TDS से सरकार को मिलेगा भारी राजस्व

सऊदी अरब के जेद्दाह में 2 दिन चले IPL 2024 के मेगा ऑक्शन में कुल 10 फ्रेंचाइजी ने 639.15 करोड़ रुपए खर्च किए। इस नीलामी में 182 खिलाड़ियों को खरीदा गया, जिनमें से 62 विदेशी खिलाड़ी थे। इस बार ऋषभ पंत ने इतिहास रचते हुए सबसे महंगे खिलाड़ी बनने का रिकॉर्ड बनाया। उन्हें लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) ने 27 करोड़ रुपए में खरीदा।

जब खिलाड़ियों की नीलामी होती है, तो उनकी सैलरी पर TDS (Tax Deducted at Source) के रूप में टैक्स काटा जाता है। भारतीय खिलाड़ियों पर 10% TDS लगता है, जबकि विदेशी खिलाड़ियों पर 20% TDS कटता है। इससे यह सुनिश्चित किया जाता है कि खिलाड़ियों की कमाई पर टैक्स भारत सरकार के खजाने में जमा हो।

उदाहरण:

  • अगर किसी भारतीय खिलाड़ी की सैलरी 10 करोड़ रुपए है, तो 10% TDS के तौर पर 1 करोड़ रुपए कटेगा और शेष 9 करोड़ रुपए खिलाड़ी को मिलेंगे।
  • यदि विदेशी खिलाड़ी की सैलरी 10 करोड़ है, तो 20% (2 करोड़) टैक्स कटेगा और खिलाड़ी को 8 करोड़ रुपए मिलेंगे।

इस तरह की कटौती से सरकार को टैक्स के रूप में एक बड़ा हिस्सा मिलता है। खिलाड़ियों की नीलामी से सरकार के खजाने में भारी रकम जाएगी, जिससे वित्तीय वर्ष में वृद्धि होगी।

IPL में भारतीय और विदेशी खिलाड़ियों के टैक्स नियम: भारतीयों को आयकर के स्लैब के तहत टैक्स, विदेशी खिलाड़ियों के लिए अलग नियम

IPL से मिलने वाली रकम भारतीय खिलाड़ियों के लिए आयकर अधिनियम, 1961 के तहत टैक्सेबल होती है। जब भारतीय खिलाड़ी IPL टीमों से पैसे कमाते हैं, तो वह उनकी कुल आय का हिस्सा बन जाते हैं और इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) फाइल करते समय उन पर टैक्स लगता है। हालांकि, जो टैक्स TDS के रूप में कट जाता है, उसे एडजस्ट कर लिया जाता है, और खिलाड़ी को स्लैब के हिसाब से टैक्स चुकाना पड़ता है।

विदेशी खिलाड़ियों के लिए अलग नियम: IPL में भाग लेने वाले विदेशी खिलाड़ियों पर टैक्स के नियम अलग होते हैं। अगर कोई विदेशी खिलाड़ी एक वित्तीय वर्ष में 182 दिनों से अधिक समय तक भारत में मौजूद रहता है, तो उसे भारतीय आयकर कानून के तहत टैक्स देना पड़ता है। इस स्थिति में, IPL से मिली रकम उसकी कुल आय में जोड़ दी जाती है और उस पर आयकर स्लैब के हिसाब से टैक्स लगता है।

लेकिन अगर विदेशी खिलाड़ी भारत में 182 दिनों से कम समय तक रहते हैं, तो उन पर भारत में टैक्स नहीं लगता। ऐसे खिलाड़ी केवल धारा 194ई के तहत TDS के अधीन होते हैं, जो IPL फ्रेंचाइजी द्वारा उनकी सैलरी से पहले काटा जाता है।

IPL ऑक्शन से सरकार के खजाने में जाएंगे 89.49 करोड़ रुपए

Text: इस साल के IPL ऑक्शन में 10 फ्रेंचाइजी ने कुल 639.15 करोड़ रुपए खर्च किए। इसमें भारतीय खिलाड़ियों पर 383.40 करोड़ और विदेशी खिलाड़ियों पर 255.75 करोड़ रुपए खर्च किए गए। इन खर्चों पर TDS की कटौती सरकार के खजाने में जाती है।

  • भारतीय खिलाड़ियों पर 10% TDS के हिसाब से कुल 38.34 करोड़ रुपए कटे हैं।
  • विदेशी खिलाड़ियों पर 20% TDS के हिसाब से कुल 51.15 करोड़ रुपए कटे हैं।

इस तरह, इस ऑक्शन से कुल 89.49 करोड़ रुपए भारत सरकार के खजाने में जमा होंगे।

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