मिथिलेश कुमार गुप्ता
इंदौर. इंदौर जीआरपी पुलिस ने महू नागदा पैसेंजर एक्सप्रेस में मिली महिला की लाश के मामले का खुलासा कर दिया है. ट्रेन में महिला की बॉडी 6 टुकड़ों में मिली थी. पुलिस ने उज्जैन से आरोपी को गिरफ्तार किया है. इस पूरे मामले में महिला का फोन आरोपी तक पहुंचाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण साबित हुआ. आरोपी को जेल पहुंचने के लिए उसकी मुख बधिर पत्नी ने अपने बयान से महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. दरअसल, 8 जून को इंदौर रेलवे स्टेशन पर तब हड़कंप मच गया जब चावल की बोरी में लाश के टुकड़े मिले थे. पुलिस ने जब इस पूरे मामले की तहकीकात की तो सिर्फ इस बात तक पहुंच पाई कि यह किसी महिला का शव है. पुलिस इस मामले में इन्वेस्टिगेशन कर रही थी कि तभी ऋषिकेश से भी एक महिला के कटे हाथ और पैर मिलने की सूचना मिली.
इन दोनों के डीएनए टेस्ट कराकर पता कराया गया तो यह शरीर के टुकड़े किसी मीरा बेन नाम की महिला के निकले. पुलिस ने एसटीएफ गठित कर नाम के आधार पर रतलाम से सटे हुए आदिवासी इलाकों में भेज कर इन्वेस्टिगेशन करवाया. फिर महिला की शिनाख्त रतलाम के बिलपांक थाना क्षेत्र की निकली. इस मामले में पुलिस को जांच के तौर पर सबसे महत्वपूर्ण क्लू महिला का मोबाइल साबित हुआ जिससे पुलिस आरोपी तक पहुंची.
पति से लड़ाई कर निकली थी महिला
दरअसल, महिला मीरा बेन अपने पति से लड़ाई कर 6 जून को उज्जैन आ गई थी. उज्जैन स्टेशन पर जब वह बैठी थी तो कमलेश पटेल नाम का व्यक्ति उससे मिलने आया. फिर बहला फुसला कर महिला को अपने साथ अपने घर ले गया. आरोपी उज्जैन स्टेशन के पास ही हीरा मिल की चाल में रहता है. 6 जून को मीरा बेन आरोपी के घर ही रही. 7 तारीख को कमलेश नशा कर घर लौटा और महिला के खाने में नशीली गोलियां मिलाई. फिर कुछ देर बाद उससे जबरदस्ती करने लगा. जब महिला ने इसका विरोध किया तो उसने लोहे की रॉड उसके सिर पर दे मारी.
आरोपी कमलेश पटेल को यह लगा कि महिला मर गई है जबकि महिला सिर्फ बेहोश हुई थी. उसने पास ही पड़ी रस्सी से उसका गला घोट कर उसे मार डाला. फिर 7 जून को वह घर से बाहर चला गया. 7 जून रात को धारदार हथियार लेकर नशा करने के बाद उसने रात भर बैठकर महिला के शव के टुकड़े किए. फिर सुबह जब ट्रेन उसके घर के पास बने प्लेटफार्म पर आई तो उसने पहला बोरा इंदौर महू नागदा पैसेंजर ट्रेन में रख दिया. जब तक वह दूसरा बोरा उठाने घर में जाता तब तक ट्रेन निकल गई थी. उसने फिर कुछ देर इंतजार किया और अगला बोरा ऋषिकेश जाने वाली ट्रेन में रख दिया.
मोबाइल ने आरोपी तक पहुंचाया
इस पूरे घटनाक्रम में आरोपी तक पुलिस के पहुंचने में महिला के मोबाइल की महत्वपूर्ण भूमिका रही. महिला मीरा बेन की हत्या करने के बाद आरोपी ने उसका फोन चालू किया था. इसके बाद पुलिस को लास्ट लोकेशन मिल गई. उसने फिर से फोन बंद किया, लेकिन अगली बार अपनी सिम उसने मोबाइल में डाली थी. इसे पुलिस ने ट्रैक कर लिया. इस पूरे घटनाक्रम में आरोपी कमलेश पटेल की मुख बधिर पत्नी के बयान ने आरोपी को सलाखों के पीछे पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका रही. पुलिस ने साइन लैंग्वेज एक्सपर्ट ज्ञानेंद्र पुरोहित के माध्यम से आरोपी की पत्नी के बयान दर्ज करवाए. आरोपी कमलेश ने अपने पत्नी के सामने ही महिला को मौत के घाट उतारा था और उसके टुकड़े भी किए थे. इस पूरी बात की जानकारी महिला ने साइन लैंग्वेज एक्सपर्ट ज्ञानेंद्र पुरोहित के माध्यम से पुलिस को बताई है.
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FIRST PUBLISHED : June 23, 2024, 17:59 IST