Farmer Protest
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किसानों के दिल्ली कूच को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) के कार्यकर्ता 21 दिन से हरियाणा की सीमा से सटे पटियाला के शंभू-खनौरी और बठिंडा के डबवाली बॉर्डर में जुटे हुए हैं। रविवार को मोर्चा के नेताओं की ओर से छह मार्च को पंजाब, हरियाणा को छोड़ देश के अन्य राज्यों से किसानों के बिना ट्रैक्टर के दिल्ली के जंतर-मतर में जुटने की घोषणा की गई है।
इससे बात स्पष्ट हो गई है कि पंजाब के किसान हरियाणा की सीमा पर ही पक्का मोर्चा लगाएंगे। शंभू बॉर्डर पर किसानों की ओर से पक्की शेड बनाने और वहां सड़क किनारे किसानों की ओर से सब्जियों की बिजाई करने से भी इस बात को बल मिला है।
इतना ही नहीं, लंगर का सामान व लक्कड़ भी ट्रालियों में भरकर शंभू बॉर्डर पर पहुंच रही हैं। चार किलोमीटर के दायरे में बैठे किसानों के पास गैस सिलेंडर व चूल्हे भी साथ में रखे हुए हैं जो सुबह व रात के समय चाय व दूध बनाने के लिए उपयोग किए जा रहे हैं।
फुटपाथ की मिट्टी देख आया ख्याल
अमृतसर के अटारी बॉर्डर के नजदीक पहुंचे किसान काबल सिंह, मनजीत सिंह ने बताया कि उनके साथ सैकड़ों किसान इस आंदोलन में भाग ले रहे हैं। हाइवे के बीचों-बीच बने फुटपाथ की मिट्टी को देखा तो प्याज की फसल उगाने का ख्याल आया।