Delhi Airport: नई सहूलियतें लेकर आया टर्मिनल-1, जानें पुराने से कितना है अलग, कितनी बेहतर हुईं सुविधाएं

Delhi Airport: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिन 15 एयरपोर्ट का उद्घाटन किया, उसमें इंदिरा गांधी इंटरनेशनल (आईजीआई) एयरपोर्ट का नवनिर्माणाधीन टर्मिनल वन भी शामिल है. टर्मिनल वन के आने के साथ आईजीआई एयरपोर्ट की क्षमता अब 100 मिलियन प्रति वर्ष हो गई है. आशा है कि अब आईजीआई एयरपोर्ट से सालाना 10 करोड़ मुसाफिर बिना किसी परेशानी के अपने गंतव्‍यों से आवागमन कर सकेंगे. 

उल्‍लेखनीय है कि आईजीआई एयरपोर्ट पर टर्मिनल वन के नाम पर तीन टर्मिनल थे. टर्मिनल वन-ए, वन-बी और वन-सी. एयरपोर्ट पर यात्रियों की बढ़ती संख्‍या को देखते हुए 2009 में टर्मिनल वन-डी से फ्लाइट ऑपरेशन शुरू कर दिए गए. वहीं, भविष्‍य में मुसाफिरों की बढ़ती संख्‍या के अनुरूप एयरपोर्ट को तैयार करने के लिए टर्मिनल वन-ए और वन-बी को तोड़कर नया इंटीग्रेटेड टर्मिनल बनाने का फैसला किया गया. 

लंबे इंतजार के बाद आईजीआई एयरपोर्ट का नवनिर्मित इंट्रीग्रेटेड टर्मिनल वन फ्लाइट ऑपरेशन के लिए तैयार है. इस इंटीग्रेशन के बाद टर्मिनल वन से सालाना 1.7 करोड की जगह सालाना 4 करोड मुसाफिरों का आवागमन संभव होगा. फेशियल रिकॉगनाइजेशन, सेल्‍फ सर्विस कियॉस्‍क, ऑटोमेटेड बैगेज सिस्‍टम सहित कई सुविधाओं से लैस यह नया टर्मिनल पुराने टर्मिनल से किस तरह अलग होगा, आइए जानते हैं. 

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अत्‍याधुनिक सुविधाओं से लैस है टर्मिनल वन
यात्रियों की यात्रा को अधिक सुविधाजनक और आरामदेह बनाने के लिए डिपार्चर टर्मिनल के  सभी गेट्स को डिजी यात्रा सिस्‍टम के तहत फेशियल रिकॉगनाइजेशन कैमरों से लैस किया गया है. इसके अलावा, 20 ऑटोमेटेड ट्रे रिट्रीवल सिस्‍टम (एटीआरएस), इंडिविजुअल करियर सिस्‍टम (आईसीएस), 108 कॉमन यूज सेल्‍फ सर्विस (सीयूएसएस), 100 चेक-इन काउंटर्स और 36 सेल्‍फ बैगेज ड्राप (एसबीडी) कियोस्‍क लगाए गए हैं. 

बैगेज के लिए नहीं करना होगा अधिक इंतजार
अपनी यात्रा पूरी कर टर्मिनल वन पहुंचने वाले यात्रियों को अपने सामान के लिए अधिक इंतजार न करना पड़े, इसके लिए 10 बैगेज रिक्‍लेम बेल्‍ट्स बनाई गई हैं. पुराने टर्मिनल में बैगेज रिक्‍लेम बेल्‍ट्स की लंबाई 52 मीटर थी, वहीं नए टर्मिनल में इनकी लंबाई 70 मीटर रखी गई हैं. नतीजतन, अब एक घंटें में करीब 6000 बैगेज को यात्रियों तक पहुंचा जा सकेगा. अभी तक यह क्षमता महज 3240 बैगेज प्रति घंटा की थी. 

टर्मिनल वन में उपलब्‍ध होंगी कुछ खास सुविधाएं
टर्मिनल वन में चेकइन आइसलैंड की संख्‍या 4 बढ़ाकर 5 कर दी गई है. इसके अलावा, यात्रियों के प्रवेश के लिए टर्मिनल में अब 24 इंट्री प्‍वाइंट्स होंगे. वहीं टर्मिनल के भीतर प्रार्थना कक्ष, योग के लिए अगल स्‍थान, लाउंज, ग्रुप सीटिंग, लैपटॉप चार्जिंग स्‍टेशन, सेल्‍फ मेडिकेशन रूम, बेबी केयर रूम और स्‍मार्ट वॉश रूम की सुविधा उपलब्‍ध होगी. साथ ही, टर्मिनल वन डिपार्चर और एरावइल एरिया को दिल्‍ली मेट्रो से भी कनेक्‍ट किया गया है. 

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एक नजर में नए और पुराने टर्मिनल वन में अंतर

सुविधाएं पुराना टर्मिनल वन नया टर्मिनल वन
क्षमता 17 मिलियन/प्रति वर्ष  40 मिलियन/प्रति वर्ष 
कुल क्षेत्रफल (प्रस्थान + आगमन) 55,740 वर्गमीटर 2,06,950 वर्गमीटर
चेक-इन आइसलैंड 4 5
सेल्फ बैगेज ड्रॉप (एसबीडी) शून्य  36
कॉमन यूजर सेल्‍फ सर्विस मशीन 12 108
बैगेज मेक-अप कैरोसेल 4 (एयरलाइन के अनुसार) 9 संख्याएं (फ्लाइट के अनुसार)
पैसेंजर बोर्डिंग ब्रिज शून्य 22
बैगेज रिक्‍लेम कैपेसिटी 3240 बैगेज/घंटा 6000 बैगेज/घंटा
बैगेज रिक्लेम कैरोसेल 52 मीटर की 8 बेल्‍ट 70 मीटर की 10 बेल्‍ट
एप्रन क्षेत्र  2,82,000 वर्गमीटर 6,29,285 वर्गमीटर
पार्किंग स्टैंड  55 रिमोट स्टैंड 82 स्टैंड, 22 एयरोब्रिज

Tags: Airport Diaries, Airport Security, Aviation News, Business news in hindi, Delhi airport, IGI airport

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