मुकुल सतीजा/करनाल. गर्मी आते ही पंछियों को पानी पिलाने, उन्हें दाना खिलाने का चलन बढ़ जाता है. लेकिन बीमार पंछियों की देखभाल करने की बात हो या उनके इलाज की, आम लोगों का ध्यान इस ओर कम ही जाता है. हरियाणा के करनाल में ऐसा नहीं है. यहां पंछियों का एक अस्पताल है, जहां बीमार पक्षी का इलाज किया जाता है. जीवो मंगलम नाम की इस जगह पर पिछले 22 साल से चिड़ियों का इलाज किया जा रहा है. जीवो मंगलम में ऐसे पक्षी आते हैं जो बीमार होते हैं या जिन्हें चोट लग जाती है या गर्मी में डिहाइड्रेशन की वजह से जिन्हें तकलीफ होती है. यहां पंछियों की देखरेख के लिए लोग हैं, डॉक्टर हैं जो उचित इलाज करते हैं.
जीवों मंगलम की संचालक संन्यासिन हैं, जिन्होंने बचपन में ही सांसारिक मार्ग से संन्यास ले लिया है. लोकल18 से बातचीत में इस महिला ने बताया कि वह पहले दिल्ली में रहती थीं. वहां पार्कों में अक्सर बिल्लियों को कबूतर का शिकार करते देख उन्हें पीड़ा होती थी. लोकल18 से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि भारत में आम लोगों के लिए तो ढेरों अस्पताल हैं, लेकिन पंछियों की देखरेख करने की जगह बहुत कम है. इसलिए पहले उन्होंने घरवालों के सहयोग से दिल्ली में ही पक्षी केंद्र शुरू किया. लेकिन जगह की कमी के कारण बाद में करनाल आ गईं और यहां पर जीवो मंगलम की शुरुआत हुई. जीवो मंगलम की संचालक ने कहा कि पक्षी सेवा से उन्हें आत्मिक सुख मिलता है.
करनाल में स्थित जीवो मंगलम में रोज़ाना शाम को 4 बजे एक डॉक्टर आती हैं, जो पक्षियों की तबियत का जायज़ा लेती हैं. अगर कोई पक्षी बीमार होता है, तो उनका इलाज किया जाता है. शरीर से कमजोर हो चुके पंछियों को समय-समय पर ग्लूकोज पिलाया जाता है, ताकि उनकी सेहत अच्छी बनी रहे. जिन चिड़ियों को चोट लग जाती है, उन्हें भी यहां आसरा मिलता है. उनका इलाज कर फिर खुले आसमान में छोड़ दिया जाता है.
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Tags: Bird, Karnal news, Local18
FIRST PUBLISHED : April 10, 2024, 17:16 IST