सोनाली भाटी/ जालोर:- भारत देश को उसकी संस्कृति के लिए जाना जाता है. यहां हर राज्य में अलग-अलग रंग देखने को मिलते हैं. देश में कई तरह की जनजातियां रहती हैं और हर किसी का रहन-सहन एकदम अलग है. इनके रहने से लेकर विवाह तक के तरीके बिल्कुल अलग हैं. जहां कुछ जनजातियां खुद साथी चुनकर विवाह करती हैं, तो वहीं कुछ जनजातियां शादी के बगैर ही साथ रहना पसंद करती हैं. ऐसी ही एक जनजाति राजस्थान की गरासिया आदिवासी जनजाति है. ये शादी से पहले ही अपने साथी के साथ लिव इन रिलेशनशिप में रहती हैं.
अजीबोगरीब है यहां की परंपरा
राजस्थान में पौराणिक परंपराओं का समागम कुछ ऐसा है, जिसे देखने के लिए देश-विदेश से पर्यटकों का आना लगा रहता है. ऐसी एक परंपरा जिसे देखने के लिए आसपास के स्थलों से पर्यटक भारी मात्रा में आबूरोड की तरफ आते हैं. यहां की परंपरा काफी अजीबोगरीब है. आज भी आबूरोड के बाहुल्य क्षेत्र गरासिया समुदाय में होली के बाद मेले का आयोजन होता है, जिसमें बरसो पुरानी परंपरा मनाई जाती है. यहां लड़की, लड़के को पसंद करती है और परिवार वाले एक-दूसरे से आपसी रजामंदी के लिए दोनो सम्बंधी मुंह मीठा करके सम्बंधों में मिठास लाते हैं.
आज भी आदिवासी समुदाय में होली के बाद इस स्वयंवर के मेले का आयोजन किया जाता है. इसमें लड़की, लड़के को पसंद करती है और वहां से निकलकर भाखर देवता का आशीर्वाद लेकर नक्की झील की परिक्रमा करती है और इसकी सूचना एक-दूसरे के परिवार को दी जाती है. फिर आपस में सम्बंधी एक-दूसरे को मनाने के लिए एक-दूसरे के घर पर जाते हैं और उनका मुंह मीठा करवाकर शादी के लिए राजी करते हैं.
ये भी पढ़ें:- 10 अप्रैल से राजस्थान में बदलेगा तापमान, इन फसलों को हो सकता है नुकसान, पहले से हो जाएं सतर्क
लिव इन रिलेशनशिप में रहकर फिर करते हैं शादी
राजस्थान की गरासिया आदिवासी जनजाति के शादी का तरीका औरों से एकदम अलग है. ये शादी से पहले ही अपने पार्टनर के साथ लिव इन रिलेशनशिप में रहते हैं. शादी से पहले ही वो एक-दूसरे के साथ रह सकते हैं. साथी को ढूंढने के लिए यहां हर साल मेला लगाया जाता है, जिसमें लड़कियां अपने पसंद के साथी के साथ भाग जाती हैं.
.
Tags: Local18, Marriage, Rajasthan news, Unique wedding
FIRST PUBLISHED : April 2, 2024, 12:58 IST