मोरीगांव (असम). असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने रविवार को विश्वास जताया कि ‘मिया’ समुदाय की लड़कियां, महिलाएं और युवा लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को वोट देंगे. ‘मिया’ मूल रूप से असम में बांग्ला भाषी मुसलमानों के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला एक अपमानजनक शब्द है. हालांकि, हाल के वर्षों में, समुदाय के कार्यकर्ताओं ने प्रतिरोध स्वरूप इस शब्द को अपनाना शुरू कर दिया है.
सरमा ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘मुझे विश्वास है कि ‘मिया’ समुदाय की बेटियां, महिलाएं और युवा इस बार भाजपा को वोट देंगे. मैं मिया महिलाओं के लिए संघर्ष कर रहा हूं ताकि तलाक, बाल विवाह न हो और महिलाओं को संपत्ति का अधिकार मिले.’ उन्होंने दावा किया कि समुदाय के बेरोजगार युवा भी भाजपा को वोट देंगे क्योंकि उनमें से कई को बिना रिश्वत दिए सरकारी नौकरियां मिली हैं.
2026 तक असम कांग्रेस से सारे हिन्दू नेता निकल जाएँगे।
2032 तक सारे मुसलमान नेता भी निकल जाएँगे।
उसके बाद असम कांग्रेस का तत्कालीन कार्यालय जब बंद हो जाएगा, हम उस जगह असम भाजपा का एक स्थानीय कार्यालय खोलेंगे। pic.twitter.com/9QXWUMPUHB
— Himanta Biswa Sarma (Modi Ka Parivar) (@himantabiswa) March 31, 2024
सरमा ने तंज कसते हुए धुबरी लोकसभा सीट को लेकर कहा कि वह चाहते हैं कि यदि संभव हो तो, कांग्रेस और ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) दोनों के उम्मीदवार जीतें और असम के भविष्य के लिए दिल्ली जाएं. उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, ‘मैं रकीबुल हुसैन की जीत की उम्मीद कर रहा हूं. यदि वह दिल्ली जाते हैं, तो हमें काजीरंगा में इतनी बटालियन की जरूरत नहीं है. हम इसमें कटौती करेंगे.’
हिमंत बिस्वा सरमा का परोक्ष तौर पर इशारा गैंडे के अवैध शिकार में कांग्रेस नेता की कथित संलिप्तता की ओर था. हुसैन असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई के कार्यकाल के दौरान वन मंत्री थे और उन पर भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन द्वारा काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में गैंडों के अवैध शिकार का आरोप लगाया गया था.
सरमा ने कहा, “यदि (बदरुद्दीन) अजमल दिल्ली जाते हैं, तो हमारी कई मुस्लिम लड़कियों को कम उम्र में शादी नहीं करनी पड़ेगी. वह खुद ऐसी एक लड़की से शादी करना चाह रहे हैं. यदि ऐसा संभव है, तो मैं चाहता हूं कि असम की बेहतरी के लिए वे दोनों जीतें.”
एआईयूडीएफ प्रमुख और धुबरी के मौजूदा सांसद बदरुद्दीन अजमल ने कथित तौर पर कहा है कि भाजपा मुसलमानों को भड़काने की कोशिश कर रही है और यदि वह दोबारा शादी करना चाहते हैं, तो कोई उन्हें नहीं रोक सकता क्योंकि उनका धर्म उन्हें ऐसा करने की अनुमति देता है.
सरमा ने कहा, ‘मैंने उनके समाज को सुधारने की कोशिश की है. मुस्लिम समुदाय के युवा मुझे बहुत समर्थन दे रहे हैं. उन्होंने मेरी बातों का स्वागत किया है, किसी ने आपत्ति नहीं जतायी है.’ उन्होंने यह भी दावा किया कि विपक्षी कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता इस चुनाव अवधि के दौरान सत्तारूढ़ भाजपा में शामिल होते रहेंगे.
सरमा ने कहा, “आपको मुझ पर विश्वास करना होगा, कांग्रेस में कोई नहीं रहेगा. 2026 तक कांग्रेस में एक या दो लोगों को छोड़कर कोई भी हिंदू नहीं रहेगा. और जिस तरह से हम आगे बढ़ रहे हैं 2032 तक अधिकांश मुस्लिम लोग भी कांग्रेस छोड़ देंगे.”
उन्होंने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता यहां कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय राजीव भवन जाएंगे और वहां भाजपा पार्टी की एक शाखा खोलेंगे. सरमा ने कहा, “हम वहां भाजपा की नगर समिति की तरह भाजपा की एक शाखा खोल सकते हैं. इन दिनों पूरे राज्य में बूथ स्तर के कई कांग्रेस कार्यकर्ता भाजपा में शामिल हो रहे हैं.”
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FIRST PUBLISHED : March 31, 2024, 23:36 IST