Search
Close this search box.

हरियाणा में काजोल की फिल्म ‘दो पत्ती’ पर विवाद, मामला पीएम मोदी तक पहुंचा

हरियाणा में काजोल की फिल्म ‘दो पत्ती’ पर विवाद, मामला पीएम मोदी तक पहुंचा

हरियाणा में बॉलीवुड अभिनेत्री काजोल की फिल्म ‘दो पत्ती’ को लेकर उठे विवाद का मामला अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक पहुंच गया है। 25 अक्टूबर को रिलीज हुई इस फिल्म के खिलाफ सर्व हुड्डा खाप ने पहले मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से मुलाकात की थी, और फिल्म के निर्माता, निर्देशक, अभिनेता और ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। खाप ने आरोप लगाया था कि फिल्म में कुछ शब्द और सामग्री आपत्तिजनक हैं, जो उनके समुदाय की मानहानि करते हैं।

16 नवंबर को गुरुग्राम के राजेंद्र पार्क थाने में फिल्म के खिलाफ आपराधिक मानहानि का केस दर्ज करवाने के लिए शिकायत दी गई थी, लेकिन अब तक इस पर कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है। इससे खाप के पदाधिकारी असंतुष्ट हैं, और उन्होंने सुरेंद्र हुड्डा की अगुवाई में पीएम मोदी से सोशल मीडिया प्लेटफार्म X (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करके फिल्म के विवादित शब्दों को हटाने की अपील की है।

यह विवाद अभी भी जारी है, और खाप के सदस्य इस मुद्दे पर जल्द से जल्द कार्रवाई की उम्मीद कर रहे हैं।

फिल्म ‘दो पत्ती’ पर हुड्डा खाप का विवाद

हरियाणा में फिल्म ‘दो पत्ती’ को लेकर एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। हुड्डा खाप का कहना है कि इस फिल्म में हुड्डा गोत्र पर आपत्तिजनक टिप्पणी की गई है, जिसे तुरंत फिल्म से हटाया जाना चाहिए। खाप का आरोप है कि फिल्म के एक सीन में, जो 25 अक्टूबर को रिलीज हुई थी, एक कलाकार पर कोर्ट में आरोप लगाया जाता है, जिसमें वह कहता है, “हत्या यह नहीं होती। हत्या तो वह थी जो हमारे पड़ोस में हुड्डा रहते हैं, जिन्होंने अपनी बहू को सरेआम जिंदा जला दिया।”

इस बयान को लेकर हुड्डा खाप ने विरोध जताया है और फिल्म निर्माता, निर्देशक, अभिनेता, और ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स के कर्ताधर्ताओं से सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग की है। खाप का कहना है कि इस तरह की टिप्पणी से उनके समुदाय की मानहानि हुई है और इसे तुरंत फिल्म से हटाया जाना चाहिए।

यह विवाद अब तक बढ़ चुका है, और खाप की ओर से फिल्म के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की भी मांग की जा रही है।

10 नवंबर को हुई पंचायत में हुआ था फिल्म ‘दो पत्ती’ पर निर्णय

25 अक्टूबर को ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई फिल्म ‘दो पत्ती’ को लेकर 10 नवंबर को रोहतक के बसंतपुर गांव स्थित सर्व हुड्डा खाप के ऐतिहासिक चबूतरे पर एक पंचायत आयोजित की गई थी। इस पंचायत में खाप के 45 गांवों के प्रतिनिधि और गणमान्य लोग शामिल हुए थे।

पंचायत में फिल्म ‘दो पत्ती’ में हुड्डा गोत्र के खिलाफ की गई आपत्तिजनक टिप्पणी पर गहरी चिंता व्यक्त की गई। पंचायत के दौरान खाप ने इस मुद्दे पर कार्रवाई के लिए एक उच्चस्तरीय कमेटी का गठन किया। यह कमेटी फिल्म के निर्माता, निर्देशक, अभिनेता और ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स के खिलाफ उचित कदम उठाने के लिए कदम उठाने की योजना बना रही है।

खाप ने फिल्म से संबंधित विवादित सामग्री को हटाने की मांग की थी, और इसके अलावा फिल्म से जुड़ी सभी जिम्मेदार पार्टियों से सार्वजनिक रूप से माफी की अपील की गई थी।

सर्व हुड्डा खाप के द्वारा गठित उच्चस्तरीय कमेटी के सदस्य, जिनकी अगुवाई सुरेंद्र हुड्डा कर रहे हैं, ने हाल ही में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से मुलाकात की थी। इस मुलाकात में कमेटी के सदस्यों ने फिल्म ‘दो पत्ती’ में हुड्डा गोत्र पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर गहरी चिंता जताई। उन्होंने बताया कि फिल्म में एक डायलॉग के जरिए जाट समाज के हुड्डा गोत्र को बदनाम किया जा रहा है, जो उनके समुदाय की मानहानि कर रहा है।

कमेटी के सदस्य और सुरेंद्र हुड्डा ने यह भी कहा कि फिल्म में इस तरह की साजिश को अंजाम दिया गया है, जो आपत्तिजनक और आपराधिक है। उन्होंने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए सीएम सैनी से सख्त कार्रवाई की मांग की और इसे अपराध के रूप में देखा।

इसके बाद खाप और कमेटी के सदस्य चाहते हैं कि फिल्म निर्माता, निर्देशक और ओटीटी प्लेटफॉर्म से सार्वजनिक माफी मांगी जाए और फिल्म से विवादित संवाद हटाए जाएं।

खाप ने भेजा नोटिस, निर्माताओं ने दिया जवाब

सुरेंद्र हुड्डा के नेतृत्व में सर्व हुड्डा खाप ने फिल्म ‘दो पत्ती’ के निर्माता, निर्देशक, अभिनेता और ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स को नोटिस भेजा था, जिसमें फिल्म के एक विवादित डायलॉग पर आपत्ति जताई गई थी। नोटिस में खाप ने आरोप लगाया था कि फिल्म में हुड्डा गोत्र को जानबूझकर बदनाम किया गया है, जिससे पूरे जाट समाज की सामाजिक प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची है।

इसके जवाब में, नेटफ्लिक्स और फिल्म निर्माताओं ने अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि नोटिस में जिस घटना का उल्लेख किया गया है, वह फिल्म की कथावस्तु का हिस्सा है और यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के तहत आता है। उन्होंने यह भी कहा कि हुड्डा शब्द का प्रयोग सिर्फ एक संयोग था, और इसमें कोई जानबूझकर अपमान नहीं किया गया।

इस पर सुरेंद्र हुड्डा ने जवाब दिया कि देश का कानून किसी को भी सामाजिक प्रतिष्ठा खराब करने का अधिकार नहीं देता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि इस फिल्म के विवादित डायलॉग से हुड्डा खाप की सामाजिक प्रतिष्ठा को साजिश के तहत नुकसान हुआ है, और जाट समाज के हुड्डा गोत्र को जानबूझकर बदनाम किया गया है।

 

Leave a Comment

और पढ़ें

  • JAPJEE FAMILY DENTAL CLINIC
  • Ai / Market My Stique Ai
  • Buzz Open / Ai Website / Ai Tool