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पिता ने बेचा जमीन, 2 चचेरे भाई पहुंच गए जर्मनी और रूस, शॉर्टकट ने बिगाड़ा खेल, टूटा कहर, ऐसी हालत में लौटे वापस

करनाल. बॉलीवुड फिल्म डंकी आपने शायद देखी होगी. इस फिल्म में लोगों को विदेश जाने के गलत तरीके को दिखाया गया है. कुछ ऐसा ही चौंकाने वाला मामला हरियाणा के करनाल से सामने आया है. यह कहानी है 2 चचेरे भाई मुकेश और सन्नी की. दोनों का एक ही सपने था. सपना था बाहर जाने का, विदेश जाने का, पैसे कमाने और अपने आपको खुशहाल देखने का. इसलिए दोनों ने विदेश जाने का रास्ता अपनाया. फिर दोनों एजेंट से मिले. एजेंट ने उन्हें वर्क परमिट का भरोसा दिया, लेकिन जब ये गए तो उन्हें वर्क परमिट नहीं बल्कि डंकी के रूट पर छोड़ दिया.

मुकेश काम के मकसद से सितंबर में रूस गया तो सन्नी ने जर्मनी जाने के लिए दिसंबर में गया. दोनों ने एजेंट को पैसे दिए. एजेंट फ्लाइट कैंसल का बहाना बनाकर उन्हें थाईलैंड ले गए. कहा यहां से आगे तुम्हें भेजा जाएगा, लेकिन इसके बाद वहां पर इन शातिर एजेंटों का कहर इनके ऊपर देखने को मिला. इनके साथ करीब 250 बच्चों और थे, जो मुसीबत में पड़ चुके थे. बदमाश उन्हें मारते थे. पीटते थे और पैसे की डिमांड करते थे. खाना खाने को नहीं देते थे.

भाइयों ने बताई खौफनाक आपबीती

इतना ही नहीं मुकेश और सन्नी बताते हैं कि चाकू गले पर रखकर घर पर फोन करवाया जाता था कि और पैसे भिजवाओ. दोनों ने अपने घर से 10, 10 लाख रुपये मंगवाए. ये पैसे परिवार वालों ने जमीन का टुकड़ा और पशु बेचकर जुटाए. वहीं इसके बाद इन्हें डंकर्स रूस और बेलारूस के बॉर्डर तक छोड़ गए. यहां पर दोनों की मुसीबत खत्म नहीं हुई, असली मुसीबत तो अब शुरू होने वाली थी. रूस और बेलारूस के बॉर्डर पर दोनों को बाकी साथियों के साथ रूस की पुलिस गिरफ्तार कर लेती है और फिर दोनों और पकड़े गए लड़कों के साथ जेल में डाल दिया जाता है. वहां पर भी खाने को पूरा खाना नहीं दिया जाता, जिसके चलते दोनों की तबियत भी बिगड़ने लगती है.

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परिवार से धीरे-धीरे दोनों का संपर्क हो रहा था. इसी बीच रूस की आर्मी की एंट्री होती है. दोनों को कहा जाता है कि कॉन्ट्रैक्ट साइन किया जाए, जिसमें वो आर्मी में भर्ती हो रहे हैं. अगर नहीं करेंगे तो फिर 10 साल की सजा काटनी पड़ेगी. इतना ही नहीं दोनों को ये भी लालच दिया गया कि उनका रेड पासपोर्ट बनवा दिया जाएगा. उन्हें और सुविधाएं भी दी जाएंगी. इसके बाद दोनों ने परिवार से संपर्क किया. दोनों ने कॉन्ट्रैक्ट साइन करने से मना कर दिया और उसके बाद वकील किया गया. वकील ने केस लड़ा और इस केस के बाद दोनों लड़के अब सही सलामत अपने परिवार के बीच पहुंच गए हैं. इसके बाद परिवार वालों ने राहत की सांस ली है. मां, पिता और परिवार के बाकी लोगों के लिए मुश्किल की घड़ी थी, लेकिन अब थोड़ी राहत है. एक तरफ मुकेश के जहां 35 लाख के आस पास का नुकसान हुआ है तो वहीं सन्नी के भी 25 से 30 लाख रुपये लग गए है.

Tags: Haryana news, Karnal news

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