महिला डॉक्टर से रेप के बाद हत्या का मामला
चंडीगढ़, 12 अगस्त 2024- पश्चिम बंगाल के कोलकाता में प्रशिक्षु डॉक्टर की हत्या के विरोध में आज रेजिडेंट डॉक्टरों की देशव्यापी हड़ताल है. रेजिडेंट डॉक्टरों के राष्ट्रव्यापी संगठन फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (FORDA) ने कल देश के सभी सरकारी अस्पतालों के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (RDA) की हड़ताल की घोषणा की थी।
पीजीआई चंडीगढ़ समेत देशभर के डॉक्टर अस्पताल के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इसके साथ ही डॉक्टर बैनर-पोस्टर लेकर सड़कों पर उतर आए हैं. हड़ताल का सबसे ज्यादा असर पश्चिम बंगाल पर पड़ा है. पिछले तीन दिनों से राज्य में डॉक्टर इमरजेंसी ड्यूटी कर रहे थे, लेकिन आज उन्होंने यह काम भी बंद कर दिया है.
आपको बता दें कि पीजीआई चंडीगढ़ समेत देश के सभी सरकारी अस्पतालों में ओपीडी, सर्जरी और लैब का काम रेजिडेंट डॉक्टर ही देखते हैं। ऐसे में रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल के कारण स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही हैं. एक दिन पहले राष्ट्रीय राजधानी के एम्स अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टरों ने विरोध में कैंडल मार्च निकाला था. इस बीच बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की.
दिल्ली एम्स के डॉक्टरों ने रखीं ये 6 मांगें
1. बिना किसी देरी के केस तुरंत सीबीआई को सौंपा जाना चाहिए.
2. प्रिंसिपल के साथ-साथ एमएस और अस्पताल सुरक्षा प्रभारी को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए।
3. केंद्र सरकार की ओर से लिखित आश्वासन कि डॉक्टरों के लिए सेंट्रल प्रोटेक्शन एक्ट लागू किया जाएगा.
4. मेडिकल कॉलेज भवन या लाइब्रेरी का नाम दिवंगत डॉक्टर के नाम पर रखा जाए.
5. डॉक्टर के परिवार को पर्याप्त मुआवजा दिया जाए.
6. पुलिस को मारपीट करने वालों पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए.
यूपी रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कहा कि सभी रेजिडेंट डॉक्टर सभी आवश्यक और गैर-आवश्यक सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। हड़ताल के दौरान डॉ. सुयश ने वी वांट जस्टिस का पोस्टर लेकर कहा कि डॉक्टरों पर अत्याचार बंद होना चाहिए. उन्होंने कहा कि कल से वे आवश्यक चिकित्सा सेवाओं को छोड़कर पूरी तरह से हड़ताल पर रहेंगे. क्योंकि कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर से रेप और हत्या की घटना के बाद देशभर के रेजिडेंट डॉक्टरों में काफी गुस्सा है.