लोकसभा चुनाव नतीजे आने के बाद से राजनीतिक रूप से देश के दूसरे सबसे बड़े राज्य महाराष्ट्र की राजनीति बेहद संवेदनशील हो गई है. इस बीच गुरुवार को यहां कुछ ऐसा हुआ कि हर तरफ उसकी चर्चा होने लगी. दरअसल, राज्य के दो पूर्व मुख्यमंत्री और विरोधी गठबंधन के नेता उद्धव ठाकरे और देवेंद्र फडणवीस करीब आठ मिनट तक गुफ्तगू करते रहे. इसको लेकर कानाफुसी चल ही रही थी कि इस पर मौजूदा सीएम एकनाथ शिंदे की प्रतिक्रिया आ गई. फिर क्या था राज्य में यह गुरुवार की सबसे बड़ी राजनीतिक खबर बन गई.
दरअलस, गुरुवार से महाराष्ट्र विधानसभा का सत्र शुरू हुआ. इस दौरान सभी बड़े नेता और विधायक सदन पहुंच रहे थे. इसी क्रम में मानसून सत्र के पहले दिन पुराने दोस्त एक साथ आए. यह बात सामने आई है कि फडणवीस और उद्धव ठाकरे करीब तीन मिनट तक साथ रहे. विधानभवन की लिफ्ट के बाहर लॉबी में करीब ढाई मिनट तक दोनों ने एक-दूसरे से चर्चा की. इसके बाद उद्धव ठाकरे और देवेन्द्र फडणवीस ने विधानसभा की लिफ्ट में एक साथ सफर किया.
प्यार भरी बातें
इस मुलाकात के दौरान लिफ्ट में ठाकरे-फडणवीस के साथ मिलिंद नार्वेकर और प्रवीण दरेकर भी थे. ठाकरे और फडणवीस के एक साथ लिफ्ट में सफर करने के बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चा छिड़ गई है. क्या पुराने साथी फिर साथ आएंगे, इस पर भी चर्चा शुरू हो गई है.
उधर, संसदीय कार्य मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने विपक्ष के नेता अंबादास दानवे से मुलाकात की. वह विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे के कार्यालय आए. इस मौके पर बीजेपी नेता चंद्रकांत पाटिल ने फूलों का गुलदस्ता और चॉकलेट देकर ठाकरे का स्वागत किया.
इस दौरे के दौरान चंद्रकांत पाटिल ने अनिल परबा को अग्रिम बधाई दी. इसके बाद उद्धव ठाकरे ने चंद्रकांत पाटिल को कोहनी मारते हुए कहा कि आपका प्यार ऐसे ही बना रहना चाहिए. चंद्रकांत पाटिल ने अनिल पारबा को अग्रिम बधाई दी. ऐसे में चर्चा हो रही है कि क्या मुंबई स्नातक चुनाव में अनिल पारबा की जीत पक्की है?
ठाकरे ने दी सफाई
फडणवीस के बातचीत के बाद ठाकरे ने सफाई दी है. उन्होंने कहा कि अब मैंने और देवेंद्र फड़णवीस ने लिफ्ट में एक साथ यात्रा की. लेकिन एक गाना है- ना ना करते प्यार…, लेकिन इसका पटोले से कोई लेना-देना नहीं है. ना-ना करते प्यार कर बैठे… जैसी कोई बात नहीं है. यह एक अचानक हुई मुलाकात थी. उन्होंने मजाकिया लहजे में कहा- लेकिन एक अच्छी बात हुई है, दीवार के कान होते हैं लेकिन लिफ्ट के कान नहीं होते, इसलिए अब से हम इस लिफ्ट में ही गुप्त बैठक करेंगे.
उधर ठाकरे-फडणवीस की इस मुलाकात पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा- अगर कोई लिफ्ट मांग भी ले तो यह लिफ्ट छठी मंजिल तक नहीं पहुंच पाएगी. जैसे ही उन्होंने लिफ्ट बदली, हम जनता की लिफ्ट में आ गए और महाराष्ट्र में जनता के मन की सरकार चल रही है.
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FIRST PUBLISHED : June 27, 2024, 19:05 IST