नई दिल्ली. नीट एग्जाम पेपर (NEET Exam) में धांधली में सीबीआई नेटवर्क का तार जोड़ने के लिए ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है. असली मास्टरमाइंड तक पहुचने के लिए जांच एजेंसी 3 मई से लेकर 5 मई तक के बीच की घटनाओं को आधार बनाकर जांच कर रही है, हालांकि जांच एजेंसी इसमें मास्टरमाइंड संजीव मुखिया को मान रही है क्योंकि उस पर इससे पहले भी 3 परीक्षाओं में धांधली कराने का आरोप है. एजेंसी इस मामले में किसी एक तरफ जांच की दिशा को न रखते हुए कई राज्यों में फैले नेटवर्क का पता लगाने में जुटी है ताकि पता लग सके कि असल मे पेपर लीक की शुरुआत कहाँ और किसके जरिए हुई थी.
सीबीआई सूत्रों के मुताबिक NEET पेपर धांधली में अब तक झारखंड के हजारीबाग से बड़ी लीड मिली है. इसी के सहारे सीबीआई की टीम इस कांड से जुड़े दर्जनों लोगों से पूछताछ कर चुकी है, लेकिन इसके अलावा गुजरात और महाराष्ट्र समेत कुछ राज्यों के सेंटर भी सीबीआई के रडार पर हैं, जहां से मुख्य साजिशकर्ता का नेटवर्क सामने आ सके…ये बिहार , झारखंड, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और गुजरात कहीं का भी हो सकता है.
सूत्रों के मुताबिक अब तक सीबीआई उस डेटा को इकट्ठा कर रही है जो 5 मई से या उससे पहले की तारीखों से जुड़ा हो सकता है. जांच एजेंसी ने पेपर में गड़बड़ी की आशंका को लेकर संदिग्ध माने गए उन सेंटरों की लिस्ट तैयार की है. इसका मकसद, ये पता लगाना है कि इन एग्जाम सेंटरों 5 मई यानी कि नीट के एग्जाम के दिन सेंटरों में ड्यूटी पर किसकी थी. सूत्रों के मुताबिक पेपर लीक कराने में बड़ी भूमिका में स्टाफ की मिलीभगत होती है, इसलिए एजेंसी के रडार पर सभी हैं, जिनमें एग्जाम सेंटर के प्रिंसिपल से लेकर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी भी शामिल हो सकते हैं.
सीबीआई ने हजारीबाग के एसबीआई बैंक से कुछ सीसीटीवी फुटेज लिए है और उसकी टाइमलाइन समझी है. इसी तरह से अलग-अलग राज्यों से मिली शिकायतों और दर्ज मामलों में भी सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल फोन की रोमिंग नम्बरों की जांच की जा रही है ताकि शुरुआत कहां से हुई इसका पता लगाया जा सके. जिन बॉक्सों में क्वेश्चन पेपर रखे गए थे, उन्हें कुरियर कंपनी से लेकर सेंटर तक ले जाने के लिये कोई सुरक्षा दी गई थी या नहीं, अगर दी गई थी तो उनकी लिस्ट तैयार की गई जा रही है कि किसके हवाले सुरक्षा का जिम्मा था और सेंटर तक पहुंचने के रूट में वो कहां रुके थे या उनसे किसी की मुलाकात या बातचीत हुई. ये सब अब जांच का हिस्सा हैं.
कूरियर कंपनियों को पेपर के बॉक्स भेजने की जिम्मेदारी दी जाती है. देशभर में NTA ने पेपर शीट को कितनी कुरियर कंपनी को पहुंचाने का जिम्मा सौंपा था और कहां-कहां ये पेपर पहुंचाया गया था. क्वेश्चन पेपर तैयार करके एग्जाम सेंटरों तक भेजने के लिए किन अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई थी. वहां से किस बॉक्स और किस गाड़ी में में पेपर को रखा गया था और किसकी सुरक्षा में ये बॉक्स सेंटर तक पहुंचे थे, इस पर सीबीआई टीमें काम कर रही हैं.
सीबीआई जांच में हर उस एंगल की जांच कर रही है, जहां से NEET पेपर लीक की शुरुआती कड़ी का पता चल सके. जैसे कि पेपर शीट को एग्जाम सेंटरों तक पहुंचने में कितना समय लगा था और उसे लेकर सेंटर तक पहुंचाने वाले कौन थे. सीबीआई ने महाराष्ट्र के लातूर को भी पॉइंट किया है क्योंकि वहां पर धांधली से जुड़े 2 लोगों की भूमिका सामने आई थी. इसके अलावा गुजरात मे जिन सेंटरों पर धांधली की शिकायत मिली है वहां पर भी सेंटर में तैनात स्टाफ के बयानों को दर्ज करने की प्रकिया में तेजी लाई गई है.
FIRST PUBLISHED : June 27, 2024, 21:53 IST