इंदौर. स्वच्छता में मिसाल बनने वाले इंदौर में कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए महाविद्यालय में अब एग्रीकल्चर कोर्स भी शुरू किया जा रहा है. फिलहाल, सीएलसी राउंड से बीएससी एग्रीकल्चर कोर्स जोड़ा गया है. इसके लिए सीएलसी राउंड के रजिस्ट्रेशन 13 जुलाई तक होंगे.
दरअसल, नवीन शैक्षणिक सत्र 2024-25 में छात्र कृषि से जुड़े कोर्स कृषि महाविद्यालय, विश्वविद्यालय के अलावा अन्य महाविद्यालयों में भी पढ़ सकेंगे. राज्य शासन ने इसके लिए बड़ा फैसला लिया है. इसके तहत उच्च शिक्षा विभाग ने 18 नए महाविद्यालय में बीएससी एग्रीकल्चर कोर्स शुरू करने के आदेश जारी कर दिए हैं. इससे अब सीधे तौर पर छात्रों को फायदा होगा.
मेरिट आधार पर मिलेगा प्रवेश
इंदौर के होलकर साइंस कॉलेज में बीएससी एग्रीकल्चर का कोर्स शुरू करने के लिए राज्य शासन से मंजूरी मिल चुकी है. कृषि स्नातक का यह पाठ्यक्रम वर्तमान नवीन सत्र से ही शुरू किया जा रहा है, जिसके लिए 50-50 सीटे आवंटित हैं. छात्र अब कृषि महाविद्यालय के साथ-साथ परंपरागत विश्वविद्यालय व महाविद्यालय में भी कृषि से संबंधित कोर्स की पढ़ाई कर सकेंगे. दो दिन में इस कोर्स का नाम भी होलकर साइंस कॉलेज की कोर्स लिस्ट में जुड़ जाएगा. छात्रों को मेरिट आधार पर प्रवेश मिलेगा. होलकर कॉलेज सहित प्रदेश के 18 ऑटोनॉमस कॉलेज में यह कोर्स इसी सत्र 2024 से आरंभ हो गया है.
एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी से बाहर
फिलहाल डीएवीवी में बीएससी एग्रीकल्चर कोर्स में एडमिशन की प्रक्रिया तय नहीं है, लेकिन इसे नॉन सीयूईटी कोर्स की प्रक्रिया में शामिल किया जाएगा. लाइफ साइंस टीचिंग विभाग यह कोर्स चलाएगा. इस कोर्स के छात्र किसानों की निजी भूमि पर भी प्रैक्टिकल कर सकेंगे. राज्य शासन ने यूनिवर्सिटी और कॉलेजों से कहा कि जिनके पास कृषि भूमि नहीं है, वे पास के गांव के किसान के साथ कृषि भूमि उपयोग के लिए एमओयू कर सकते हैं.
अगले सत्र से उम्मीद
राज्य सरकार ने बीएससी एग्रीकल्चर कोर्स को एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के दायरे से बाहर कर दिया. संभावना है कि अगले साल से कोई भी साइंस कॉलेज मापदंड के आधार पर यह कोर्स शुरू कर सकेगा, क्योंकि इसे परंपरागत यूनिवर्सिटी से जोड़ दिया है. अब यूनिवर्सिटी से संबद्धता प्राप्त निजी, अनुदान प्राप्त कॉलेजों में भी भविष्य में एग्रीकल्चर कोर्स शुरू हो सकेगा.
यूनिवर्सिटी में मेरिट पर एडमिशन
यूनिवर्सिटी में बीएससी एग्रीकल्चर में एडमिशन की प्रक्रिया नॉन सीयूईटी कोर्स के तहत होगी. इसमें मेरिट आधार पर प्रवेश मिलेगा. चूंकि नॉन सीयूईटी एडमिशन प्रक्रिया का एक राउंड हो चुका है, इसलिए अब दूसरे राउंड में यह कोर्स जुड़ेगा. दूसरे राउंड में बिना रजिस्ट्रेशन के छात्र सीधे संबंधित विभाग पहुंचकर प्रवेश ले सकेंगे. सीटों से ज्यादा आवेदन आने की स्थिति में मेरिट आधार पर प्रवेश दिया जाएगा.
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FIRST PUBLISHED : June 27, 2024, 13:13 IST