उमरिया/भोपाल. महाराष्ट्र के पुणे में 18-19 मई की दरमियानी रात पोर्शे कार हादसे में मध्य प्रदेश के अनीश अवधिया उर्फ लकी की मौत हो गई थी. अनीश उमरिया जिले का रहने वाला था. उसके घर आज भी मातम पसरा हुआ है. घरवाले बेटे को भुला नहीं पा रहे. इस बीच घरवालों ने मध्य प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप लगाया है. घरवालों का कहना है कि मध्य प्रदेश सरकार ने अनीश की मौत के बाद कुछ नहीं किया. उसका शव तक लाने में मदद नहीं की, जबकि, महाराष्ट्र सरकार ने हमारे लिए बहुत कुछ किया. प्रदेश में तो उल्टा कुछ लोग पूछ रहे हैं कि अनीश ने कोई लोन तो नहीं लिया था.
अनीश के पिता ओपी अवधिया का कहना है कि फोन करने वालों को मैंने कई बार बताया कि उसकी मौत हो चुकी है. लेकिन, ये सिलसिला थम नहीं रहा. बेटे की मौत की खबर सुनकर मुझे आघात लगा था. हमारी सरकार को बच्चों के शव लाने में मदद करनी चाहिए थी. लेकिन, सरकार ने ऐसा नहीं किया. भोपाल से प्रकाशित अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, ओपी अवधिया ने कहा कि बच्चों के शव यहां आने में दो दिन लग गए. हमें बच्चों की मौत के बाद आशा थी कि सरकार खुद पहल करेगी और महाराष्ट्र सरकार से बात करेगी कि इस मामले में निष्पक्ष जांच हो. हमने खुद भी सरकार से यह अपील की. लेकिन कुछ नहीं हुआ.
क्या हुआ था उस रात
गौरतलब है कि पोर्शे कार हादसा पुणे में 18-19 मई की रात हुआ था. यह हादसा उस वक्त हुआ था, जब पुणे के बड़े बिल्डर का नाबालिग बेटा पब से शराब पीकर निकला. उसकी कार तेज रफ्तार में थी. वह जैसे ही पुणे के कल्याणी नगर के पास पहुंचा, वैसे ही उनसे अनीश की गाड़ी को टक्कर मार दी. यह टक्कर इतनी जोरदार थी कि अनीश के साथ बैठी उसकी सहयोगी अश्वनी कोष्टा हवा में उछल गई. हादसे में दोनों की मौत हो गई. हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने कार चला रहे नाबालिग को पकड़ लिया. थोड़ी देर बाद पुलिस मौके पर पहुंची और नाबालिग को अपने साथ ले गई. शुरुआत में तो ये मामला दबाने की कोशिश हुई, लेकिन मीडिया में मामला उछला तो पुलिस अचानक हरकत में आई. पुलिस ने आरोपी के पिता, दादा और मां को गिरफ्तार कर लिया.
FIRST PUBLISHED : June 27, 2024, 09:55 IST