मेरठ. प्रसिद्ध और ऐतिहासिक नौचंदी मेला 27 जून से शुरु हो रहा है. प्रसिद्ध माता नौचण्डी देवी मंदिर के नाम से लगने वाले इस मेले इस बार आकर्षण का केंद्र अंतर्राष्ट्रीय झूले होंगे. एक से बढ़कर एक झूले देखकर आपका नज़रें हटाने का दिल नहीं करेगा. यह मेला अति प्राचीन है जबकि इस मंदिर में हर धर्म के लोग आते हैं और मुस्लिम महिलाएं भी मन्नत मांगने आती हैं. ज़िलाधिकारी दीपक मीणा ने बताया कि एक महीने तक नौचंदी मेला चलेगा. उन्होंने बताया कि बाइस जून से कांवड़ यात्रा की भी शुरुआत हो रही है. सुरक्षा को लेकर व्यापक बंदोबस्त किए गए हैं. समूचा मेला परिसर सीसीटीवी से लैस होगा.
ज़िलाधिकारी दीपक मीणा ने बताया कि लोकसभा चुनाव की वजह से मेला इस बार देर से शुरु हो रहा है लेकिन व्यवस्थाएं बेहद चाक चौबंद रहेंगी. उन्होंने बताया कि मेला परिसर को इंटरलॉकिंग से लैस किया गया है. ग्रीन बेल्ट भी नौचंदी मेला परिसर में डेवलेप किया गया है. बारिश की वजह से मेले में कोई समस्या नहीं आएगी. मेले में पीने के पानी के कई काउंटर लगाए जा रहे हैं. वहीं पब्लिक टॉयलेट की संख्या बढ़ाई गई है. पटेल मण्डप में सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे. मेला स्वच्छता की मिसाल बनेगा. मेले की पार्किंग को लेकर ख़ास व्यवस्था की गई है.
सैंकड़ों सालों से लग रहा है मेला, हजारों लोग आते हैं यहां
गौरतलब है कि मेरठ का ऐतिहासिक मेला सैकड़ों वर्षों से लगता आ रहा है. माता नौचण्डी देवी के नाम से इस मेले को लगाया जाता है. मान्यता ये भी ये है कि मेला रामायणकालीन है. इस मेले को एकता की मिसाल के तौर पर जाना जाता है. नौचण्डी देवी मंदिर के ठीक सामने बाले मियां की मज़ार है. जो भी नौचण्डी माता के दर्शन करने आता है वो बाले मियां की मज़ार भी जाता है और जो श्रद्धालु बाले मियां की मज़ार पर आते हैं वो नौचण्डी देवी के दरबार में शीश नवाता है..नौचण्डी देवी मंदिर में मुस्लिम महिलाएं भी अपनी मन्नत मांगने आती हैं.
FIRST PUBLISHED : June 26, 2024, 22:54 IST