Delhi Airport: पंजाब के कपूरथला में रहने वाले 20 वर्षीय अभि को अपने आसपास का माहौल काफी थकाऊ लगने लगा था. उसके दिल में एक बात अच्छी तरह से घर कर चुकी थी कि उसके सपने सिर्फ विदेश जाकर ही पूरे हो सकते हैं. एक दिन, बातों ही बातों में अभि ने अपने दिल की यह बात पड़ोस में रहने वाले जगमीत सिंह गिल से बता डाली. अभि को यह पता था कि जगमीत सिंह गिल लोगों को विदेश भेजने का काम करता है.
अभि के दिल की मुराद सुनने के बाद जगमीत ने उसे भरोसा दिलाया कि वह उसको उसके सपनों की मंजिल पर पहुंचा कर ही रहेगा. यह बात जगमीत के साथ अभि को भी पता था कि जायज तरीके से सपनों के शहर में जाना जितना आसान है, उतना ही मुश्किल वहां रहकर काम करना है. लिहाजा, जगमीत ने अभि और अपने अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर एक प्लान तैयार किया. इस प्लान को एग्जीक्यूट करने के एवज में एक लाख रुपए मांग हुई.
आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस की डीसीपी उषा रंगरानी के अनुसार, एक लाख रुपए मिलते ही जगमीत ने प्लान को अंजाम देना शुरू कर दिया. प्लान के तहत, अभि को ऑन अराइवल टूरिस्ट वीजा पर बैंकॉक रवाना कर दिया गया. बैंकॉक पहुंचते ही जगमीत के सहयोगियों ने तीन महीने का टूरिस्ट वीजा अरेंज कर दिया. कुछ दिन बैंकॉक में रहने के बाद अभि के पासपोर्ट पर फर्जी अराइवल इमिग्रेशन स्टैंप लगाकर गैरकानूनी रास्ते से मलेशिया के लिए रवाना कर दिया जाता है.
मलेशिया में रहते हुए अब अभि को लंबा वक्त हो चुका था. इसी बीच, मलेशियाई सुरक्षा एजेंसी के एक अधिकारी की निगाह अभि पर पड़ गई. जिसके बाद, उसे ओवर स्टे की वजह से स्थानीय पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद, उसे दिल्ली एयरपोर्ट के डिपोर्ट कर दिया जाता है. वहीं दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचते ही अभि को इमिग्रेशन ब्यूरो ने हिरासत में लेकर पुलिस के हवाले कर दिया.
वहीं, अभि से पूछताछ में जगमीत सिंह गिल का नाम सामने आने के बाद उसकी तलाश शुरू की गई. जगमती सिंह की गिरफ्तारी के लिए आईजीआई एयरपोर्ट के एसएचओ इंस्पेक्टर विजेंद्र राणा के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया है, जिसमें सब इंस्पेक्टर मनोज और कॉन्स्टेबल पंकज भी शामिल थे. इस मामले में पंजाब के फतेहगढ़ साहिब से 58 वर्षीय वरिंदर सिंह की हुई. वहीं जगमीत सिंह गिल खुद को पुलिस को गिरफ्तर से बचाने में सफल रहा.
डीसीपी उषा रंगरानी के अनुसार, करीब तीन महीने की लगातार कोशिशों के बाद पंजाब के श्रीमुक्तार साहिब से गिरफ्तार कर लिया गया है. पूछताछ में जगमीत सिंह ने बताया कि वह 2015 में एक एजेंट की मदद से मलेशिया गया था. वहीं पर वह ऐसे एजेंट्स के संपर्क में आया, जो लोगों के ठगी कर विदेश भेजते थे. रुपयों के लालच में आकर वह भी उनके साथ मिल गया और विदेश भेजने के नाम पर लोगों को ठग कर उनसे लाखों रुपए वसूलने लगा.
Tags: Airport Diaries, Airport Security, Delhi airport, Delhi police, IGI airport
FIRST PUBLISHED : June 26, 2024, 17:00 IST