नर्मदापुरम. जिले में चयनित गांवों में ढ़ाबाकला, छेड़का और ऊर्दन में पर्यटक अब होमस्टे भी करने लगे हैं. पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश में शुरू हुई होमस्टे योजना में जिले के तीन गांवों का चयन किया गया था. अब यहां होमस्टे शुरू हो गए हैं. इसके अलावा यहां पर्यटक होमस्टे करने पहुंचने लगे हैं. वहीं, छेड़का गांव के एक होमस्टे में मेघालय की IAS अधिकारी ईवा भी ठहरीं.
IAS ईवा ने छेड़का गांव में होमस्टे तो किया ही, साथ में यहां पर महिला समुदाय से भी मिलीं. ग्रामीणों ने उनका पारंपरिक स्वागत किया. IAS अधिकारी ने अपने हाथों से चक्की चलाकर गेहूं भी पीसा. होमस्टे में बनी गोंड चित्रकारी की सराहना की. वहीं स्थानीय व्यंजनों का स्वाद लिया. इसके पहले IAS अधिकारी ने मढ़ई और हिल स्टेशन पचमढ़ी का दौरा किया.
होमस्टे के लिए मिलती 2 लाख की राशि
अधोसंरचना निर्माण में मप्र टूरिज्म विभाग द्वारा वित्तीय सहायता दी जाती है. विकास के लिए चयनित गांवों में होमस्टे निर्माण व उन्नयन की स्थापना लागत का 40 प्रतिशत अनुदान, नवीन होमस्टे निर्माण के लिए अधिकतम 2 लाख रुपये व विकसित करने के लिए अधिकतम 1 लाख 20 हजार रुपए दिए जाते हैं. इस योजना के तहत चिन्हित परिवारों के माध्यम से पर्यटकों को आवासीय सुविधा प्रदान करने के लिए होमस्टे का नवीन निर्माण व उन्नयन किया जाता है. इसके अलावा होमस्टे बनने के बाद यहां के स्थानीय लोगों को रोज़गार भी प्राप्त होता है.
FIRST PUBLISHED : June 19, 2024, 18:37 IST