नई दिल्ली/शिलांग. दक्षिण-पश्चिम मानसून सालों बाद इस वर्ष दक्षिण और पूर्वोत्तर भारत में एक साथ सक्रिय हुआ. इसके प्रभाव के चलते देश के दोनों हिस्सों में लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है. चेन्नई से लेकर तिरुवनंतपुरम तक भारी वर्षा हुई है. वहीं, नॉर्थईस्ट के प्रदेशों में तो बारिश थमने का नाम नहीं ले रही है. सिक्किम, त्रिपुरा, असम जैसे राज्यों में लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है. नॉर्थ सिक्किम में 1600 पर्यटक फंस गए हैं. सड़कें पानी के तेज बहाव में या फिर लैंडस्लाइड बह गई हैं. कुछ इलाकों में पुल के टूटने से संपर्क कट चुका है. स्थिति यह है कि राहत एवं बचाव कार्य भी खराब मौसम के चलते शुरू नहीं हो पा रहा है. दूसरी तरफ, सबसे ज्यादा बारिश होने के लिए मशहूर चेरापूंजी में भी बदरा जमकर बरस रहे हैं. मूसलाधार बारिश का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि महज 3 घंटे में 395 मिलीमीटर तक पानी गिर गया.
चेरापूंजी में लगातार मूसलाधार बारिश के चलते पड़ोसी देश बांग्लादेश के नदी-नाले भी उफना गए हैं. सिलहट में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है. बांग्लादेशी मौसम विज्ञानी चेरापूंजी में भारी से बहुत भारी बारिश होने को इसकी वजह बता रहे हैं. चेरापूंजी के लोगों को फिलहाल बारिश से राहत मिलने की उम्मीद नहीं दिख रही है. बुधवार को भी गरज के साथ मूसलाधार बारिश होने की संभावना जताई गई है. मौसम विभाग की मानें तो इस पूरे सप्ताह चेरापूंजी वासियों को भारी से बहुत भारी बारिश से छुटकारा मिलने वाला नहीं है. शनिवार को गरज के साथ बारिश होने का पूर्वानुमान है. उसके बाद भी मूसलाधार बारिश का दौर लगातार जारी रहेगा.
FIRST PUBLISHED : June 18, 2024, 23:26 IST