नई दिल्ली: वाणिज्यिक अंतरिक्ष दौड़ में शामिल होने के जापान के प्रयासों को झटका लगा है. निजी क्षेत्र से कक्षा में पहुंचने वाला देश का पहला रॉकेट ‘कैरोस’ प्रक्षेपण के तुरंत बाद फट गया. जापान के स्पेस वन का छोटा, ठोस ईंधन वाला कैरोस रॉकेट बुधवार को उसका उद्घाटन लॉन्च किया गया था. इसी दौरान लॉन्च के तुरंत बाद यह फट गया.
कंपनी कक्षा में उपग्रह स्थापित करने वाली पहली जापानी कंपनी बनने की कोशिश कर रही थी. 18-मीटर (59 फीट), चार चरणों वाला ठोस-ईंधन रॉकेट सुबह 11:01 बजे (0201 GMT) उड़ान भरने के कुछ ही सेकंड बाद फट गया, जिससे भारी धुआं, आग, रॉकेट के टुकड़े और अग्निशमन पानी निकल गया. जापानी स्टार्टअप स्पेस वन कंपनी द्वारा विकसित स्पेस वन रॉकेट, पश्चिमी जापान में स्पेस पोर्ट Kii से अपने उद्घाटन लॉन्च के कुछ सेकंड बाद ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया.
JUST IN: Space One rocket in Japan explodes after takeoff during its “inaugural launch.”
The Kairos rocket was attempting to make Space One the first Japanese company to put a satellite in orbit. (Reuters)
The 59 ft, four-stage solid-fuel rocket was launched from the Kii… pic.twitter.com/BJAAWXGsCy
— Collin Rugg (@CollinRugg) March 13, 2024
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कैरोस नाम का 59-फुट, चार चरणों वाला ठोस-ईंधन रॉकेट, एक उपग्रह को कक्षा में स्थापित करके एक ऐतिहासिक मील का पत्थर चिह्नित करने के लिए तैयार था. यह उपलब्धि जो अभी तक एक जापानी निजी कंपनी द्वारा हासिल नहीं की गई थी. कैरोस रॉकेट, जिसका प्राचीन ग्रीक में अर्थ है ‘सही क्षण’, एक सरकारी उपग्रह ले जा रहा था.
हालांकि, उम्मीदें धराशायी हो गईं क्योंकि रॉकेट आग की लपटों में घिर गया और मलबा आसपास के पहाड़ों और समुद्र में बिखर गया. लॉन्च इवेंट के एक वीडियो में इलाके में धुएं का विशाल गुबार देखा जा सकता है. वीडियो में आग बुझाने के लिए उस स्थान की ओर पानी की बौछारें फेंकते हुए भी दिखाया गया है. किसी के घायल होने या अन्य क्षति की तत्काल कोई रिपोर्ट नहीं है. दरअसल कैनन इलेक्ट्रॉनिक्स इंक, आईएचआई एयरोस्पेस इंजीनियरिंग कंपनी, शिमिज़ु कॉर्प और डेवलपमेंट बैंक ऑफ जापान जैसे निवेशकों के समर्थन से 2018 में स्थापित स्पेस वन का लक्ष्य वाणिज्यिक अंतरिक्ष मिशनों के लिए बढ़ते बाजार में एक जगह बनाना था.
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FIRST PUBLISHED : March 13, 2024, 09:43 IST