पलामू (झारखंड). शादी-विवाह में कई मान्यताएं होती हैं. क्षेत्र और परिवेश के अनुसार, कई परंपराएं अगल भी होती हैं. पलामू में भी एक ऐसी ही परंपरा है, जिसके बिना शादी का स्वाद अधूरा माना जाता है. यहां बात एक ऐसी मिठाई की जो दूल्हा-दुल्हन के ननिहाल से आती है. ये मिठाई सिर्फ शादी में ही बनाई जाती है. इसका नाम अरीसा है. स्वाद में जबरदस्त होती है. झारखंड और बिहार में इसकी परंपरा बहुत पुरानी है.
दरअसल, शादी विवाह का सीजन चल रहा है. ऐसे में मेहमान कोई न कोई मिठाई लेकर दूल्हा या दुल्हन के घर जरूर आते हैं. वहीं, ननिहाल से आने वाली इस मिठाई की बात कुछ अलग है. इसे बनाने वाली गृहिणी चंपा देवी ने बताया कि ये परंपरा सदियों पुरानी है. जब हम अपने बच्चों का विवाह करते हैं तो मायके से खास मिठाई आती है. इसमें से एक मिठाई अरीसा होती है. इसे हर कोई नहीं बना सकता है, क्योंकि इसे बनाना बेहद कठिन है. इसकी प्रक्रिया लंबी है.
इन सामग्री की जरूरत
आगे बताया कि अरीसा बनाने के लिए अरवा चावल, गुड़, सरसों तेल और मैदा की जरूरत पड़ती है. अगर आप दो किलो चावल का अरीसा तैयार करना चाहते हैं तो लगभग 1.5 किलो गुड़ लेना होगा. थोड़ा सा मैदा. बिना मैदा के भी आप अरीसा तैयार कर सकते हैं, लेकिन वो थोड़ा खाने में ज्यादा क्रंची हो जाता है.
ऐसे होती है तैयार
चंपा देवी ने बताया कि अरीसा बनाने के लिए सबसे पहले अरवा चावल को रात भर के लिए पानी में फूला दें. इसके बाद सुबह उठकर सबसे पहले उसे छान लें. मिक्सर का इस्तेमाल करके इसे पीस लें. ध्यान रहे अगर एक बार में चावल पूरी तरह बारीक न हो पाए तो उसे दोबारा मिक्सी में पीस लें. इसके बाद चलनी से चलाकर पिसे चावल को एक तरफ रख दें. अब आता है गुड़ के पाग करने का समय. गुड़ के पाग करने के लिए 1 किलो गुड़ में एक गिलास पानी की मात्रा की दर से आग पर चढ़ा दें. इसके बाद उसे धीरे-धीरे चलाते रहें. जब पाग पूरी तरह तैयार हो जाए तो उसमें पिसे चावल को थोड़ा थोड़ा करके मिलाते रहें. ध्यान रहे कि कड़ाही को आंच मिलता रहे. पूरा चावल मिलाने के बाद हल्का सा मैदा मिक्स कर दें. जब अच्छे से मिक्स हो जाए तो कड़ाही को उतार कर मिश्रण को किसी बर्तन में ढककर रख दें. इसके बाद कड़ाही को आग पर चढ़ाकर एक किलो सरसों तेल डाल दें. वहीं, मिश्रण से छोटा गोला बनाकर रोटी की तरह प्लास्टिक पर हाथों से आकर दें. अंत में छानकर निकाल लें. आपका अरीसा तैयार हो गया.
1 किलो चावल से बनेगा 30 पीस
आगे बताया की इसका स्वाद बेहद लाजवाब होता है. गुड़ के बनने के कारण इसका रंग भी भूरा होता है. अगर आप एक किलो चावल का अरीसा बनाते हैं तो 30 पीस अरीसा तैयार हो जाएगा. इसकी एक खास बात ये है कि ये मिठाई लंबे समय तक खराब नहीं होती है. एक बार बनाने के बाद इसे लगभग एक महीना तक खाया जा सकता है.
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FIRST PUBLISHED : April 22, 2024, 14:53 IST