पूर्णिया : वास्तु शास्त्र के मुताबिक बेडरूम से जुड़े कई नियम बताए गए हैं. ऐसे में बेडरूम का वास्तु दिशा सही नहीं होगा तो आपकी नींद खराब हो सकती है और आप टेंशन में कई अच्छे-अच्छे काम को करने से चूक जाएंगे. साथ ही कई लोगों की नींद लगते ही अचानक खुल जाती है. पंडित मनोत्पल झा कहते हैं कि ऐसे में कुछ वास्तु दोष का भी असर होता हैं. इसलिए लोगों को भरपूर नींद लेनी चाहिए, इसके लिए सही दिशा का चयन करना जरूरी होगा.
अच्छी नींद के लिए वास्तु की सही जानकारी जरूरी
पंडित मनोत्पल झा कहते हैं कि अच्छी सेहत के लिए सुखद वह भरपूर नींद लेना हम इंसानों के लिए जरूरी होता है. लेकिन अभी के इस बदलते जमाने में भाग दौड़ भरी जिंदगी में लोग सोने के समय अपने सिरहाना को भूलकर किसी भी दिशा में सिर रखकर सो जाते हैं, जिस कारण लोग भरपूर नींद नहीं लेने की वजह से उन्हें कई तरह की समस्याओं का भी सामना करना पड़ता है. उसका मन विचलित और अशांत रहता है. जिससे उनके बनते बनते काम बिगड़ भी जाते हैं, दरअसल इन सब के पीछे वास्तु दोष भी कारण माना जाता है.
बेडरूम में बेड पर सिरहाना की दिशा से बदल सकता है भाग्य
पूर्णिया के पंडित मनोत्पल झा ने Local 18 से खास बात करते हुए बताया कि लोगों को जीवन जीने के लिए वास्तु दोष और धर्मशास्त्र को भी मानना पड़ता है. ऐसे में उन्होंने कहा कि वास्तु शास्त्र में बेडरूम में बेड की दिशा सही रखने से लोगों की हर कामना की पूर्ति होती है. पॉजिटिविटी बनी रहती हैं. उन्होंने कहा कि बेडरूम की सही दिशा नहीं होने से दंपती के बीच भी काफी परेशानी रहती है. दोनों के बीच तालमेल में भी कमी आती है.
छोटी-छोटी बात पर घर में क्लेश और झगड़ा तनाव की स्थिति बनी रहती है. इसलिए बेडरूम की सही दिशा जरूरी होता है. उन्होंने कहा वास्तु शास्त्र के मुताबिक बेडरूम घर के उत्तर पश्चिम या दक्षिण पश्चिम में होना चाहिए साथ में बेड को इस तरह से रखना चाहिए कि सोते वक्त उसका सिरहाना पूर्व दिशा में हो तो उत्तम माना गया है.
इस दिशा में रखे सिराहना मिलेगी आपार खुशियां
उन्होंने कहा कि बेडरूम में बेड पर सोने की सबसे उत्तम दिशा पूर्व दिशा मानी जाती है. पूर्व दिशा में सोने से लोगों की हर कामना की पूर्ति होती है. हालांकि कई लोग घर की दिशा अलग-अलग तरह से बना लेते हैं तो ऐसे में उन्हें अपने बेड उत्तर पश्चिम या दक्षिण पश्चिम में रख लेते हैं. जिस कारण उनका दिशा भी पश्चिम उत्तर दक्षिण हो जाता है, लेकिन ऐसा नहीं होना चाहिए.
वह कहते हैं लोगों को पूर्व दिशा की ओर सर और पश्चिम दिशा की ओर पैर करके सोना चाहिए. जिससे लोगों को धन धान्य के साथ नींद भी भरपूर आती है. जब भी सिरहाना रखे तो पूर्व दिशा या दक्षिण या पश्चिम दिशा ही शुभ और सकारात्मक माना गया है. लेकिन याद रहे जब भी पश्चिम दिशा में सिरहाना हो और पैर पूर्व दिशा में हो तो ऐसे स्तिथि में सूर्योदय से पूर्व उठने का प्रयास करें नहीं तो वास्तु दोष या सूर्य दोष लगने का डर बना रहता है.
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भूलकर भी ना रखे इस दिशा में सिरहाना, नहीं होगा भारी नुकसान
पंडित मनोत्पल झा कहते हैं कि भूलकर भी हमलोगों को उत्तर दिशा की तरफ सिरहाना करके नहीं सोना चाहिए. शास्त्रों में वर्जित माना गया है. दर असल उन्होंने कहा उत्तर दिशा वैज्ञानिक कारण से भी चुंबकत्व का दिशा माना गया है जिस कारण लोगों के याददाश्त और कई तरह के दिमागी समस्या और नकारात्मक प्रभाव का शिकार होना पड़ेगा. जबकि उन्होंने कहा इंसानी जीवन लीला समाप्त होने के बाद शव को उतर और दक्षिण दिशा में रखा जाता हैं. इस कारण लोगों को इस दिशा में नहीं सोना चाहिए.
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FIRST PUBLISHED : April 21, 2024, 18:42 IST