नई दिल्ली. देश के प्रत्येक पेट्रोल पंपो पर लोग अपनी गाड़ी की टंकी फुल कराने के लिए हर महीने हजारों रुपये खर्च करते हैं. पेट्रोल भराने के लिए मध्यम वर्गीय परिवार अलग से बजट भी बनाते हैं. इसी बीच एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां भारत का छह लाख 42 हजार लीटर पेट्रोल चुरा लिया गया और हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (HPCL) को इसकी भनक तक नहीं लगी. जबतक इस मामले का खुलासा हुआ, देश को मोटा चूना लग चुका था. अब इस मामले में सीबीआई एक्शन में आ गई है.
सीबीआई ने जून 2022 से जनवरी 2024 तक 642 किलो लीटर यानी छह लाख 42 हजार लीटर पेट्रोलियम उत्पाद चोरी करने के आरोप में हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड के दो सहायक प्रबंधकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि एचपीसीएल के मथुरा टर्मिनल पर तैनात सहायक प्रबंधकों राहुल कुमार व हेमंत सिंह और एसआर परिवहन कंपनी तथा जादोन परिवहन कंपनी के दो निजी ट्रांसपोर्टरों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है.
यह भी पढ़ें:- चंद्रयान-4 पर ISRO ने दिया बड़ा अपडेट, एस्ट्रोनॉट के साथ Moon पर लैंड होगा भारत का अगला मिशन, जान लें तारीख
HPCL की मथुरा यूनिट से हुई चोरी
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने उत्तर प्रदेश के आगरा और मथुरा में आरोपियों के परिसरों पर तलाशी अभियान शुरू किया. इस दौरान दो सहायक प्रबंधकों के पास से (लगभग) 12 लाख रुपये नकदी, संपत्ति के दस्तावेज और अन्य दस्तावेज जब्त किए गए. सीबीआई ने एचपीसीएल के मुख्य सतर्कता अधिकारी की एक शिकायत पर यह कार्रवाई की है. शिकायत में आरोप लगाया गया है कि दोनों आरोपियों ने ट्रांसपोर्टरों के साथ एक साजिश रची.
सरकारी खजाने को 5.82 करोड़ का नुकसान
दावा किया जा रहा है कि मथुरा टर्मिनल से पेट्रोलियम उत्पादों की चोरी हुई और सरकारी खजाने को 5.82 करोड़ रुपये का नुकसान जबकि आरोपी परिवहन कंपनियों का फायदा हुआ. सीबीआई ने एक बयान में कहा, आरोप है कि उक्त साजिश को आगे बढ़ाने में, दोनों आरोपी सहायक प्रबंधकों ने 305 बार आरोपी निजी परिवहन कंपनियों के टैंक ट्रकों में लगभग 642 किलो लीटर पेट्रोलियम उत्पादों की अतिरिक्त लोडिंग की अनुमति दी.
(एजेंसी इनपुट के साथ)
.
Tags: CBI, Hindustan Petroleum, Mathura news
FIRST PUBLISHED : April 10, 2024, 22:37 IST