43वें जन्मदिन पर इस शख्स ने 78वीं बार किया ब्लड डोनेट, कहा- फैक्ट्री में नहीं बना सकते रक्त

ओम प्रकाश निरंजन/कोडरमा: रक्तदान को महादान कहा गया है. रक्तदान करने से जरूरतमंद को नया जीवन मिलता है. समाज में ऐसे कई रक्तदाता हैं, जो नियमित अंतराल पर रक्तदान कर विषम परिस्थितियों में लोगों के काम आते हैं. ऐसे ही एक रक्तवीर अपने 43वें जन्मदिन पर 78वीं बार रक्तदान कर लोगों के लिए प्रेरणा बने.

मित्र के रिश्तेदार के लिए किया था पहला रक्तदान
झुमरी तिलैया के बाईपास रोड निवासी और कोडरमा के जेजे कॉलेज में कर्मचारी रितेश माधव 23 वर्षों से खासतौर पर अपने जन्मदिन पर रक्तदान करते आ रहे हैं. इसके अलावे अन्य अवसर पर भी रक्तदान कर लोगों की जिंदगी बचाते हैं. Local 18 से विशेष बातचीत में बताया कि वर्ष 2000 में उनके मित्र के रिश्तेदार को रक्त की आवश्यकता थी. इस दौरान उन्होंने अपने जीवन का पहला रक्तदान किया था.

3 महीने के अंतराल पर करते हैं रक्तदान
रितेश ने बताया कि रक्तदान करने के तीन दिन बाद ही पड़ोस में एक व्यक्ति को रक्त की आवश्यकता पड़ने पर जानकारी के अभाव में उन्होंने दोबारा रक्तदान कर दिया. हालांकि, इस दौरान उन्हें किसी प्रकार की कोई कठिनाई नहीं हुई. लेकिन, जब उन्होंने इस बात की चर्चा डॉक्टर से की तो डॉक्टर ने उन्हें ऐसा करने से मना किया और कम से कम 3 महीने में रक्तदान करने की सलाह दी. इसके बाद से वह 3 महीने के नियमित अंतराल पर रक्तदान कर रहे हैं. बताया कि कोरोना काल में कुछ समय के लिए रक्तदान में विराम लग गया था.

बिना किसी डर और संकोच के करें रक्तदान
रितेश माधव ने बताया कि कई बार रक्त की आवश्यकता पड़ने पर लोग रक्तदान करने से परहेज करते हैं और सगे-संबंधी, मित्र एवं सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों से रक्तदान करने की अपील करते हैं. कहा कि रक्त की आवश्यकता पड़ने पर बाहर रक्त खोजने से बेहतर परिवार के लोगों को ही बिना किसी डर और संकोच के रक्तदान करना चाहिए. रक्तदान के बाद 15 दिनों में शरीर नया रक्त बना लेता है. इससे किसी प्रकार की कमजोरी या नुकसान नहीं होती है.

सिर्फ रक्तदान से हो सकती है रक्त की पूर्ति
रितेश माधव ने कहा कि भले ही आज विज्ञान ने काफी तरक्की कर ली हो, लेकिन आज भी रक्त को किसी फैक्ट्री में नहीं बनाया जा सकता है. रक्त की पूर्ति रक्तदान के जरिए ही की जा सकती है. आए दिन सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्तियों को रक्त की आवश्यकता पड़ती है. समय पर रक्त नहीं मिलने से कई लोगों की मौत भी हो चुकी है. उन्होंने बताया कि थैलेसीमिया से पीड़ित बच्चों को प्रत्येक माह रक्त की आवश्यकता होती है. ऐसे में सभी लोग आगे आएं और नियमित अंतराल पर रक्तदान कर समाज में एक मिसाल कायम करते हुए लोगों को जीवन दान करें.

Tags: Blood Donation, Kodarma news, Local18

Source link

Leave a Comment

और पढ़ें

  • JAPJEE FAMILY DENTAL CLINIC
  • Ai / Market My Stique Ai
  • Buzz Open / Ai Website / Ai Tool