अमल को बचपन से पुस्तक पढ़ने का शौक रहा है. यही वजह है कि पिछले 35 वर्षों से लगातार पुस्तकें पढ़ रहे हैं. महाराज कामेश्वर सिंह कल्याणी फाउंडेशन से प्रकाशित सारी किताबें पढ़ चुके हैं. उन्होंने बताया कि मधुबनी जिला के अधिकांश पुस्तकालय में जाते हैं और किताबें लेकर पढ़ते हैं. अब तक 35 हजार किताबें पढ़ चुके हैं.