विष्णु शर्मा/जयपुर : राजस्थान में अचानक ही दूदू कलेक्टर की रिश्वतखोरी की चर्चा होने लगी. लैंड कन्वर्जन के लिए पच्चीस लाख की रिश्वत खाने वाले कलेक्टर हनुमान मल ढाका को एपीओ कर दिया गया है. दूदू कलेक्टर के अलावा पटवारी हंसराज पर भी रिश्वत लगा है. इस मामले में अब एक नया अपडेट आया है. गृह विभाग ने इस पूरे मामले में ट्रेप कार्यवाई करने वाली टीम को लीड कर रहे एएसपी सुरेंद्र सिंह को भी एपीओ कर दिया है.
रिश्वतखोरी के इस मामले का पर्दाफाश करने के लिए ट्रेप कार्यवाई की जानी थी. इसके लिए सारी तैयारी कर ली गई थी. लेकिन एसीबी की कार्यवाई की सूचना लीक हो है. इसके कारण ऑपरेशन फेल हो गया. ऐसे में आईएएस हनुमानमल ढाका और पटवारी ट्रेप होने से बच गए. उनपर सिर्फ मुकदमा दर्ज किया जा सका और अब उसी आधार पर कार्यवाई की जा पाएगी. ऐसे में गृह विभाग ने ट्रेप कार्यवाई करने जा रहे एएसपी सुरेंद्र सिंह को भी एपीओ कर दिया है.
मिठाई के डिब्बे में आई रिश्वत
2014 बैच के अधिकारी हनुमान मल ढाका पर भू रूपांतरण के लिए रिश्वत लेने का आरोप लगा है. अगर ट्रेप की जानकारी लीक नहीं होती तो उन्हें रंगे हाथ पकड़ा जाता लेकिन सूचना पहले ही लीक हो गई. इस वजह से ढाका बच गए. गहलोत सरकार में ढाका मुख्यमंत्री के संयुक्त सचिव रह चुके है. इस साल फरवरी में उन्हें दूदू का कलेक्टर लगाया गया था. बताया जा रहा है कि ढाका ने मिठाई के डिब्बों में पच्चीस लाख की रिश्वत ली थी.
कार्यवाई करने वाले भी नपे
ढाका को रंगे हाथ पकड़ने के लिए टीम बनाई गई थी. इसे लीड करने वाले एडिशनल एसपी सुरेंद्र सिंह को भी एपीओ कर दिया गया है. ट्रेप करने की सूचना लीक हो गई थी. ऐसे में लापरवाही करने और इन्फॉर्मेशन को सीक्रेट ना रख पाने के लिए गृह विभाग ने ये फैसला लिया. इसे लेकर नोटिस जारी कर दिया गया है.
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FIRST PUBLISHED : April 29, 2024, 18:40 IST