Men’s Wellness Exam: क्या कोई इंसान आजीवन बीमारियों से मुक्त रह सकता है? ऐसा संभव तो नहीं लेकिन इसे कुछ हद तक मुमकिन बनाया जा सकता है. इसके लिए अलर्ट रहना बहुत जरूरी है. आजकल आधुनिकता के दौर में जिस तरह का हमारा लाइफस्टाइल हो गया है और जिस तरह से अनहेल्दी खान-पान है, उसमें हर पल बीमारियों का खतरा रहता है. इस लिहाज से देखें तो यदि आप समय-समय पर कुछ टेस्ट करा लेंगे तो कई बीमारियों से महफूज रहेंगे. यह इसलिए जरूरी है कि यदि आपका पैर टूट गया या बुखार आ गया तो इसका पता आपको चल जाएगा लेकिन यदि कोलेस्ट्रॉल बढ़ गया है या हाई ब्लड प्रेशर है तो इसे समझना मुश्किल है लेकिन ये दोनों चीजें साइलेंट किलर है और कभी भी अनहोनी का कारण बन सकती है. इसलिए 25 साल के बाद हर साल ये 7 टेस्ट जरूर कराएं.
ये 7 टेस्ट
1.सीबीसी-क्लीवलैंड क्लीनिक के मुताबिक सीबीसी का मतलब होता है कंपलीट ब्लड टेस्ट. इसमें खून में किन-किन चीजों की मात्रा बढ़ी है यह आसानी से पता चलता है. मसलन यदि शुगर बढ़ गई है या हाई कोलेस्ट्रॉल है तो इससे पता चल जाता है. वही इस पैकेज में केएफटी यानी किडनी फंक्शन टेस्ट और एलएफटी यानी लिवर फंक्शन टेस्ट का पता चलता है. इससे किडनी और लिवर कैसे काम कर रहा है, इसकी जानकारी मिलती है. साल में एक बार इस टेस्ट को जरूर कराना चाहिए.
2. एचआईवी टेस्ट-बेशक अब हमारे देश में एचआईवी के मामले कम हो गए हो लेकिन साल में एक बार एचआईवी टेस्ट जरूर कराना चाहिए. अगर पहले इस बीमारी का पता चल जाए तो बीमारी बहुत आसानी से खत्म हो सकती है.
3. टेस्टीकुलर एग्जाम-आज के जमाने में 15 से 35 साल के पुरुषों में भी टेस्टीकुलर कैंसर के मामले सामने आ रहे हैं. साल में एक बार हर पुरुष को अपने डॉक्टर से टेस्टीकुलर टेस्ट कराना चाहिए. यह डॉक्टर खुद ही करेंगे और इसमें टेस्टिस को छूकर यह पता लगाया जाता है कि कहीं हार्डनेस या गांठ तो नहीं है. अगर शुरुआत में टेस्टीकुलर कैंसर का पता चल गया तो 95 प्रतिशत मामलों में यह ठीक हो जाता है.
4. बीपी टेस्ट-बीपी का टेस्ट कराना बहुत आसान है लेकिन अधिकांश लोग यह टेस्ट कराते ही नहीं. लोगों को लगता है कि उन्हें ब्लड प्रेशर हो ही नहीं सकता. लेकिन 25 साल की उम्र के बाद हर व्यक्ति को बीपी का टेस्ट नियमित कराना चाहिए.
5. हार्ट रेट-अगर हार्ट बहुत तेज चल रहा है या बहुत धीरे से चल रहा है तो इसका मतलब है कि हार्ट से संबंधित कोई न कोई परेशानी है. इसलिए समय-समय पर हार्ट बीट को मापना चाहिए. यदि कम ज्यादा है तो डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.
6. कोलोन कैंसर टेस्ट-हालांकि कोलोन कैंसर का टेस्ट 45 साल की उम्र के बाद किया जाता है लेकिन यदि पेट से संबंधित बीमारी है या स्टूल पास करने में दिक्कत होती है तो 25 साल के बाद एक बार कोलोन कैंसर टेस्ट जरूर कराना चाहिए.
7. आंखों की जांच-25 के बाद आंखों की जांच का समय भी आ जाता है. इसलिए एक बार आंखों की जांच अवश्य कराएं. हालांकि आजकल तो कम उम्र से ही चश्मा लग जाता है लेकिन यदि नहीं लगा है तो 25 साल के बाद एक बार आंखों की जांच अवश्य कराए.
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FIRST PUBLISHED : June 26, 2024, 16:36 IST