लोगों को पैसे और प्लॉट देने का झांसा देकर 1 हजार करोड़ की प्रॉपर्टी इकठ्ठी करने वाले नीरज अरोड़ा का आखिरकार भंडाफोड़ हो गया. भारत में ही पिछले 9 सालों से फरार चल रहे अरोड़ा को पंजाब पुलिस ने उत्तराखंड के पौड़ी से गिरफ्तार कर लिया. जिस वक्त आरोपी को गिरफ्तार किया गया वह अपनी शानदार बीएमडब्ल्यू में सवार था. उसके पास से एक मोबाइल फोन और कई अहम दस्तावेज बरामद किए गए हैं जो उसके झूठ और फरेब की कहानी बताएंगे.
करोड़ों रुपये का नेचर हाइट्स इंफ्रा घोटाला करने वाले नीरज अरोड़ा के खिलाफ 108 एफआईआर दर्ज हैं. आईजीपी गुरशरन सिंह संधू ने बताया कि मुलजिम कई राज्यों में लोगों को पैसे या प्लॉट देने का झांसा देकर धोखाधड़ी करता था. फिलहाल यह 21 जिलों में 108 एफआईआर का सामना कर रहा है. कुल 108 एफआईआर में से इसके खिलाफ 47 फाजिल्का में दर्ज हैं, फिरोजपुर में आठ, पटियाला और फतेहगढ़ साहिब में छह-छह, रूपनगर, मोहाली और एसएएस नगर में 5-5, फरीदकोट, श्री मुक्तसर साहिब और जालंधर कमिश्नरेट में चार-चार केस दर्ज हैं.
गिरफ्तारी से बचने के लिए यह इतने लंबे समय से नकली पहचान पत्रों का उपयोग कर रहा था. बता दें कि यह कार्यवाही फाजिल्का के अमनदीप कम्बोज उर्फ अमन सकोडा की गिरफ्तारी के बाद की गई है. अमन 8 मामलों में पीओ था और 18 मामलों में बेल जंपर था. उसे 15 मार्च, 2024 को फाजिल्का पुलिस के पीओ स्टाफ ने वाराणसी उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया था. उसके बाद पुलिस नीरज अरोड़ा की गिरफ्तारी के लिए जुटी हुई थी.
आईजीपी फरीदकोट रेंज गुरशरन सिंह संधू और डीआईजी फिरोजपुर रेंज रणजीत सिंह ढिल्लों ने मंगलवार को बताया कि एसपी इन्वेस्टिगेशन फाजिल्का प्रदीप सिंह संधू और डीएसपी नार्कोटिक्स फरीदकोट इकबाल सिंह संधू के नेतृत्व में दोनों जिलों की पुलिस टीमों ने एसएसपी फरीदकोट हरजीत सिंह और एसएसपी फाजिल्का डॉ. प्रज्ञा जैन की समूची निगरानी में मोस्ट वांटेड अपराधी नीरज अरोड़ा को श्री नगर गढ़वाल जिला पौड़ी, उत्तराखंड से गिरफ्तार किया है.
बता दें कि फरवरी 2016 में फाजिल्का पुलिस द्वारा गिरफ्तार किये गए दोषी नीरज अरोड़ा ने जमानत जम्प कर दी थी और फरवरी 2017 में उसे पीओ ऐलान कर दिया गया था. इन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट ने नीरज के खिलाफ केस दर्ज किए और जायदादें जब्त कीं. जबकि पीड़ितों द्वारा दायर की गई कई रिट पिटीशनें माननीय पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट, चंडीगढ़ में अभी भी लम्बित हैं.
डीआईजी रणजीत सिंह ढिल्लों ने बताया कि मुलजिम अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए नकली आईडी का प्रयोग कर रहा था. इसके पास पंजाब और मध्य प्रदेश में 1200 एकड़ से अधिक जमीन और 200 रिहायशी फ्लैट हैं, जिनकी कीमत 1000 करोड़ रुपए से ज्यादा है.
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FIRST PUBLISHED : April 10, 2024, 12:53 IST