ईशा बिरोरिया/ऋषिकेश: इस बार साल 2024 में आषाढ़ महीने का कृष्ण पक्ष 15 के बजाय 13 दिनों का होगा. ऐसा संयोग कई वर्षों बाद आता है. इसे दुर्योग काल या विश्वघ्रस पक्ष कहते हैं. 13 दिनों के इस काल को शुभ नहीं माना जाता है. इन दिनों कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है.
15 के बजाय 13 दिन का होगा कृष्ण पक्ष
लोकल 18 के साथ बातचीत के दौरान आचार्य प्रकाश चंद्र जोशी ने बताया कि आषाढ़ महीने का कृष्ण पक्ष इस बार 15 के बजाय 13 दिनों का होगा. ऐसा संयोग कई वर्षों बाद आता है. इसे दुर्योग काल कहा जाता है. द्वापर युग में भी 13 दिनों का ऐसा ही अशुभ संयोग बना था. इसी दौरान महाभारत युद्ध हुआ था. उस काल में अत्यधिक जनहानि और प्राकृतिक आपदा की घटनाएं घटित हुई. कौरव पांडवों के बीच भीषण युद्ध के दौरान अपार जनहानि हुई थी. इस बार भी प्राकृतिक प्रकोप बढ़ने एवं राजनीतिक दलों में युद्ध जैसी आशंकायें जताई जा सकती हैं. पंचांग के अनुसार इस बार संवत् 2081 यानी सन् 2024 में चन्द्र मास के आधार पर 23 जून से आषाढ़ मास प्रारंभ होगा, जो 21 जुलाई तक रहेगा. जिसमें कृष्ण पक्ष 23 जून से 5 जुलाई तक मात्र तेरह दिनों का होगा. जिसमें प्रतिपदा एवं चतुर्दशी इन दो तिथियों का क्षय है.
भूलकर भी न करें ये काम
पुजारी प्रकाश ने बताया कि ज्योतिर्निबंध में लिखा है कि किसी भी पक्ष में दो तिथियों का क्षय होने पर पक्ष 13 दिन का होता है. इसे विश्वघ्रस पक्ष भी कहा जाता है. 13 दिन के पक्ष में जगत का संहार होता है. महाभारत काल जैसा ये दुर्योग काल शुभ नहीं है. इस काल में विनाश, आपदा और आपातकालीन जैसी परिस्थितियां उत्पन्न होती है. कलयुग में यह काल इस बार 100 साल के बाद फिर से बन रहा है. इस काल में लोगों को भूलकर भी कोई मांगलिक कार्य जैसे कि शादी, विवाह, गृह प्रवेश, निवेश या कीमती चीजों की खरीदारी नहीं करनी चाहिए.
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FIRST PUBLISHED : June 24, 2024, 09:59 IST
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.